आगरा. जिले में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के साथ ही दवाओं की कालाबाजारी भी हो रही है। इस बीमारी से बचाव में सबसे महत्वपूर्ण माना जा रहा रेमडेसिविर इंजेक्शन 20 हजार से लेकर 60 हजार तक में बेचा जा रहा है। रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी को रोकने के लिए एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया है। पुलिस ने इस इंजेक्शन के साथ दो लोगों को पकड़ लिया। उनसे पूछताछ की जा रही है। इनमें एक युवक की मां कोरोना संक्रमित भी है। एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि फेसबुक पर एक विज्ञापन दिया गया था। इसमें रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए संपर्क करने के लिए कहा गया था। लोगों के कॉल करने पर 40 हजार से लेकर रुपये 60 हजार तक मांगे जा रहे थे।
शिकायत मिलने पर थाना सदर और हरीपर्वत पुलिस के साथ टीम का गठन किया गया। एसपी सिटी ने खुद ग्राहक बनकर बात की। बात करने वाले युवक ने पहले इंजेक्शन नहीं होने की बात कही। बाद में कॉल करके कहा कि इंजेक्शन मिल जाएगा। इसके लिए रुपए 40 हजार की मांग की गई। सिकंदरा क्षेत्र में प्रभा हॉस्पिटल पर आने के लिए कहा। इस पर पुलिस टीम बिना वर्दी के पहुंच गई। थाना सदर के प्रभारी निरीक्षक अजय कौशल युवक के पास पहुंचे। उससे इंजेक्शन मांगा। दूसरा युवक पास ही इंजेक्शन लेकर खड़ा हुआ था। पूछताछ के बाद पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया। उनके पास एक इंजेक्शन बरामद हुआ, जिससे रेट की पर्ची मिटा दी गई थी। आरोपियों में दयालबाग का रहने वाला एक स्टेशनरी की दुकान चलाने वाला युवक भी है।
आरोपी ने बताया कि उसकी मां के संक्रमित होने के बाद इंजेक्शन खरीद कर लाया था। इनमें से एक इंजेक्शन बच गया है। इसको बेचना चाह रहा था। इसलिए विज्ञापन दिया था। एसपी सिटी ने बताया कि युवक की बातों में पूरी तरीके से विश्वास नहीं किया जा सकता। हो सकता है कि कालाबाजारी भी कर रहा हो। इसलिए दोनों से पूछताछ की जा रही है। अगर कोई रैकेट सामने आता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।