पुलिस कस्टडी में मौत पर गरमाई राजनीति, अखिलेश-प्रियंका का योगी सरकार पर निशाना

– सफाई कर्मी की मौत से भड़का समाज नहीं मनाएगा वाल्मीकि जयंती, पुलिस की कार्यप्रणाली पर परिजनों ने उठाए सवाल।

<p>Priyanka gandhi akhilesh yadav</p>
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
आगरा। पुलिस कस्टडी में दम तोड़ने वाले सफाई कर्मचारी की मौत के बाद यूपी की राजनीति गरमाने लगी है। सपा और कांग्रेस ट्विट कर प्रदेश सरकार को घेरने में जुट गई हैं। अखिलेश ने यूपी पुलिस पर सवाल खड़े किए हैं तो वहीं प्रियंका गांधी ने घटना की निंदा करते हुए मुआवजे की मांग की है।
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जगदीशपुरा थाने का मामला
आगरा के जगदीशपुरा थाने से हुई 25 लाख की चोरी के मामले में पकड़े गए सफाई कर्मचारी अरुण वाल्मीकि की मौत को लेकर उत्तर प्रदेश स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ ने वाल्मीकि जयंती न मनाने का निर्णय लिया है। वहीं, मांग की है कि दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाए। वाल्मीकि समाज के नेताओं ने मृतक के परिजनों को एक करोड़ मुआवजा और परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दिलवाने की मांग की है।
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यह दी प्रतिक्रिया
आगरा के पुलिस थाने में सफाई कर्मचारी की मौत मामले में विपक्ष ने सरकार पर हमला बोलना शुरू कर दिया है। अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा है कि “भाजपा सरकार में पुलिस खुद अपराध कर रही है तो फिर अपराध कैसे रुकेगा? आगरा में पहले सांठगांठ कर थाने के मालखाने से 25 लाख की चोरी कराई गई फिर सच छिपाने के लिए गिरफ्तार किए गए सफाई कर्मी की कस्टडी में हत्या स्तब्ध करती है! हत्यारे पुलिस कर्मियों पर हो सख्त कार्रवाई।” वहीं, प्रियंका गांधी ने ट्विट में लिखा है कि “किसी को पुलिस कस्टडी में पीट-पीटकर मार देना कहां का न्याय है? आगरा पुलिस कस्टडी में अरुण वाल्मीकि की मौत की घटना निंदनीय है। भगवान वाल्मीकि जयंती के दिन उप्र सरकार ने उनके संदेशों के खिलाफ काम किया है। उच्चस्तरीय जांच व पुलिस वालों पर कार्रवाई हो व पीड़ित परिवार को मुआवजा मिले।”
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