लापरवाही के कारण हुआ हादसा
खोज और बचाव दल की टीमें घटनास्थल पर जुटी हुई हैं। टीम का कहना है जिबूती की उत्तर पूर्वी तट रेखा गोडोरिया तट के पास स्थित ओबॉक तट पर लोगों के शवों का जो दृश्य वो विचलित करनेवाला था। संयुक्त राष्ट्र की प्रवासी एजेंसी इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर माइग्रेशन (आईओएम) की ओर से बताया गया था कि ये दोनों नौकाएं अपने गोडोरिया तट से खराब मौसम के बावजूद अपने गंतव्य के लिए आगे बढ़ीं। यही नहीं इन नौकाओं में क्षमता से अधिक लोग सवार थे।
बेहतर जिंदगी की तलाश में गई जान
आईओएम ने अपने बयान में आगे बताया कि इस तरह यात्रा पर निकलने से पहले स्थानीय निवासियों ने सतर्क किया था, लेकिन फिर भी नौकाएं आगे बढ़ाई गईं और लापरवाही के परिणामस्वरूप डूब गईं। बताया जा रहा है कि बचाव दल और सैन्य कर्मियों ने खबर लिखने तक दो व्यक्तियों को जीवित निकाला था। आईओएम की चीफ ने इस घटना का हवाला देते हुए प्रवासियों की हालात पर चिंता जताई। उन्होंने कहा, ‘बेहतर जिंदगी की तलाश में ये बेगुनाह प्रवासी अपनी जान तक दांव पर लगा रहे हैं, ये हादसा रिस्क भरे इनकी जिंदगी को साफतौर पर दर्शा रहा है।’
एक नाव में 130 थे सवार, अन्य के बारे में स्पष्ट नहीं
घटना से जीवित बचे एक व्यक्ति ने अपनी आपबीती बताते जानकारी दी कि उसकी वाली नाव में अनुमानित तौर पर करीब 130 लोग सवार थे। हालांकि उसे इस बारे नहीं पता था कि दुर्घटनाग्रस्त हुई दूसरी नाव में कितने लोग थे। साथ ही अभी तक ये भी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि ये प्रवासी किस देश से ताल्लुक रखते हैं। फिलहाल तट रक्षक बचाव एवं खोज अभियान चला रहे हैं।