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क्या है मामलाबताया जा रहा है कि देश के इस इलाके पर दो सबसे बड़े स्वदेशी जातीय समुदाय ओरोमो और सोमाली अपना-अपना दावा जताते आये हैं। शहर पर अधिक नियंत्रण और प्रसाशनिक सुविधाओं को लेकर दोनों गुट आपस में एक झड़प में फंस गए।सरकारी रेडियो सेवा ने बताया कि ओरोमिया क्षेत्रीय संचार कार्यालय के हवाले से बताया कि हिंसा में 61 लोग घायल हुए हैं, जबकि कई लोग विस्थापित हो गए हैं। खबरों में कहा गया है कि बीते दिनों इन दोनों जातीय समूहों के बीच झड़पों के कारण 10 लाख से अधिक लोगों को विस्थापित होना पड़ा है। उधर इथियोपिया में काम कर रहे मानवीय सहायता और मानवाधिकार संगठनों के प्रतिनिधियों का कहना है कि वे सरकार की प्रतिक्रिया के डर से आंतरिक विस्थापन संकट के बारे में बात नहीं कर सकते हैं। एक कार्यकर्ता ने कहा, “यदि आप इस मुद्दे के बारे में बात करते हैं, तो आप जेल में खत्म हो जाएंगे, आपको पीटा जाएगा या इससे भी अन्य बुरी चीजें आपके साथ घटित हो सकती हैं।”
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बड़ी मात्रा में विस्थापित हुए लोगबढ़ती हुई हिंसा ने सीमा पार पड़ने वाले सैकड़ों केन्याई नागरिकों को भी परभावत किया है। दक्षिणी इथियोपिया में जातीय समूहों के बीच गहन लड़ाई के दो दिनों में कम से कम 24 लोग मारे गए हैं।सैकड़ों लोगों को पड़ोसी केन्या में सीमा से भागने के लिए बाध्य किया गया है। ओरोमोस और अन्य समूहों के बीच दक्षिण में हिंसा के फैलने से कुछ दिन पहले ही इथियोपिया के आधुनिक इतिहास में पहले ओरोमो नेता ने प्रधान मंत्री पद संभाला था। उधर मानवाधिकार संगठनों पर अत्याचारों के बाद इथियोपिया में एक नया विवाद पैदा हो गया है।
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