एचयूएल ने ये भी कहा है कि इसने ग्लैक्सोक्मिथक्लाइन (जीएसके) कंज्यूमर हेल्थकेयर के साथ 31700 करोड़ रुपये का विलय भी पूरा कर लिया है। इस डील के बाद HUL के पोर्टफोलियो में हॉर्लिक्स, बूस्ट और माल्टोवा जैसे ड्रिंक ब्रांड शामिल हो गए हैं। इसके साथ ही सेंसोडाइन, इनो और क्रोसिन जैसे OTC ब्रांड भी शामिल हो गए हैं। यानि हम कह सकते हैं कि hul का पोर्टफोलियो पहले से कही ज्यादा मजबूत हुआ है।
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आपको बता दें कि पिछले फाइनेंशियल ईयर में GSK कंज्यूमर हेल्थकेयर का टर्नओवर 45 अरब रुपए था। जिसमें हॉर्लिक्स और बूस्ट की हिस्सेदारी सबसे अधिक थी । भारत में HUL के बिजनेस के लिहाज से ये डील बेहतरीन कही जा रही है।
एचयूएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक संजीव मेहता के मुताबिक विलय से हमें अपना उद्देश्य पूरा करने और भारत की सेवा करने का एक अनूठा अवसर मिला है। इससे सरकार के महत्वाकांक्षी स्वच्छ भारत और पोशन अभियान कार्यक्रमों को भी बल मिलेगा।