आधा अधूरा पड़ा काम ठेकेदारों को दिए गए 100 शौचालय निर्माण का पैसा लाभार्थियों के खाते में जाने के बजाय ठेकेदारों को ठेका दे दिया गया। इसके बाद भी ठेकेदारों ने किसी लाभार्थी के दरवाजे पर कहीं ईंटे तो कहीं बालू गिरा कर छोड़ दिया। लेकिन महीनों गुजरने के बाद भी शौचालय नहीं बने। ग्रामीणों की शिकायत पर मामले की जांच की गई। लेकिन उच्चाधिकारियों ने मामले की फाइल दबा दी और दोषियों पर कोई कार्यवाही नही हुई। मुख्य विकास अधिकारी राकेश कुमार ने मामले में तुरंत जांच कराने की बात कहीव दोषियों पर कार्यवाही का आश्वासन भी दिया।