मांफी मांगने की जगह योजनाओं के लाभ की बात की गौरीगंज में सड़क पर उतरे कांग्रेसियों ने स्मृति के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि राखी-रानी वापस जाओ। इस दौरान दीपक सिंह ने स्मृति ईरानी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मैंने सोचा कि स्मृति ईरानी पांच राज्यों में चुनाव छोड़ के एचएल के वैज्ञानिकों, इंजीनियरों से माफी मांगेंगी। साथ ही कहा कि वह राफेल का जवाब देंगी और यहां से मध्य प्रदेश में किसानों पर हुए गोली कांड का जवाब भी देंगी। लेकिन हुआ यह कि एक ब्लॉक प्रमुख से काम के विकास योजना का लाभ दिया गया। कुछ योजना तो वह थी जिसे राहुल गांधी ने शुरु की थी। कुछ हवा-हवाई मार करने वाली योजना और लाई गई। दीपक सिंह ने कहा कि हम समझ रहे थे के वो अमेठी की धरती से छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में हमला करेगी, इसका नाम होगा लेकिन वो रूप की रानी निकली और देश का चौकीदार चोरों का राजा निकला।
दूसरों के कराए कार्यों का श्रेय लेना चाहती है भाजपा सरकार दीपक सिंह ने कहा कि जिन योजनाओं को अमली जामा पहनाया गया है, इसमें से अधिकांश काम भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली में सरकार बनने के भी पहले मनमोहन सरकार में ही शुरू हो गए थे। कुछ काम सांसद राहुल गांधी के प्रयास से स्वीकृत हुए हैं। इनमें से कई काम मैंने पिछली सरकार और वर्तमान सरकार में विधान परिषद में सवाल उठाकर याचिकाएं लगाकर स्वीकृत कर आए हैं। लेकिन भाजपा सरकार अपने स्वभाव के अनुसार दूसरे के द्वारा कराए गए विकास कार्यों का श्रेय लेना चाहती है। यह ठीक उसी प्रकार है, जैसे कोई अपराधी अपने अपराधिक ताकत के बल पर किसी शरीफ इंसान की संपत्ति हड़प लेता है कब्जा कर लेता है। उन्होंने कहा कि आगंतुक मंत्रियों को यह नहीं भूलना चाहिए 2019 में जनता के दरबार में जाना है, जनता जनार्दन है सब कुछ जानती है। यहां पर पहले भी इस तरह के काम हुए हैं राहुल गांधी के कराए गए कार्यों का सरकारों ने श्रेय लेने की कोशिश की थी लेकिन उनका ही हश्र बुरा हुआ था, और इनका हश्र और बुरा होगा।