मामला बगल गांव का है जहां पर रहने वाले शख्स रामअचल व उनके तीनों लड़के ने पहले रवि मिश्रा पर मोबाइल चोरी का इल्जाम लगाया। बात यहां नहीं बनी, तो उसके विद्यालय पहुंचकर सबसे सामने जलील किया। छुट्टी के बाद जब सब चले गए, तो उसे मारपीट कर उसे जहर पिलाया गया।
अस्पताल में हो गई मौत रवि को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जगदीशपुर ले जाया गया। वहां से सुल्तानपुर और फिर उसके बाद ट्रामा सेंटर लखनऊ भेज दिया गया। वहां लगभग 4:00 बजे उसकी मृत्यु हो गई। उसके बाद जब उसका पोस्टमार्टम हो गया, तो सोमवार उसकी डेड बॉडी घर लाई गई। जामो थाने के अंतर्गत ग्राम चितौला के एक 20 वर्षीय लड़के रवि मिश्रा के ऊपर बगल गांव के ही दुर्गेश सिंह व उसके परिवार वालों ने उस पर मोबाइल फोन की चोरी का इल्जाम लगाया। जिसकी सूचना दुर्गेश सिंह ने डायल हंड्रेड पुलिस को दी थी। इसके उपरांत पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले आई। थाने पर दोनों पक्षों ने लिखित रूप में कहा कि हमारा सुलह समझौता हो गया है, हम कोई कार्यवाही नहीं चाहते हैं। इसके बाद सूचना प्राप्त हुई कि दुर्गेश सिंह एवं उनके परिवार वालों ने 11 अक्टूबर को रवि मिश्रा को मारा पीटा और जहर पिला दिया। जिससे रवि को गंभीर हालत में जगदीशपुर सीएससी ले जाया गया। वहां से उसकी हालत देखते हुए सुल्तानपुर रेफर कर दिया गया। जब सुल्तानपुर में भी उसको कोई राहत नहीं मिली, तब वहां से हायर सेंटर (ट्रामा सेंटर) लखनऊ के लिए भेज दिया गया। जहां पर 12 अक्टूबर शाम 4 बजे के लगभग रवि की मृत्यु हो गई। पोस्टमार्टम के बाद उसकी डेड बॉडी आई है, जिसके संबंध में उसके परिजनों ने तहरीर दी है।
11 अक्टूबर के मारपीट की घटना सम्बन्धी कोई जानकारी पुलिस को नहीं दी गई थी। जैसे ही परिजनों के द्वारा तहरीर प्राप्त हुई, पूरी फोर्स इस संबंध में सक्रिय हो गई है। इस संबंध में अभी कोई भी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पुलिस की टीम बना दी गई है जल्द ही अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इस सरकार में न जाने कितने ब्राह्मणों का होगा बलिदान इस पूरे घटनाक्रम को लेकर इलाके में लोगों में आक्रोश दिख रहा है। ऐसे में अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के अमेठी जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर पांडे ने कहा की मृतक रवि मिश्रा को मोबाइल चोरी के झूठे इल्जाम में फंसा कर जबरदस्ती जहर पिलाकर उसकी हत्या कर दी गई है। इस कृत्य से ब्राह्मण समाज आहत हुआ है। इस सरकार में कितने ब्राह्मणों का बलिदान होगा। हम यह जानना चाहते हैं और इस सरकार से पूछना चाहते हैं कि इस जिले में हर तीसरे व छठे महीने में एक निर्दोष ब्राह्मण मारा जा रहा है। क्या इस समाज का सबसे कमजोर तबका ब्राह्मण ही बचा है। जो भी पाता है इसके ऊपर आक्रमण कर देता है। इस बच्चे की उम्र 20 वर्ष थी। यह परिवार अत्यंत गरीब है। इनका बेटा मर गया इसके मां-बाप किसके सहारे जिएंगे? यह लोग कहां जाएंगे हमारी शासन प्रशासन व जिला प्रशासन से यह मांग है की दोषियों के खिलाफ अगर एक हफ्ते में कार्यवाही नहीं होती है, तो हम लोग जिला प्रशासन से लेकर प्रदेश विधानसभा तक घेराव करेंगे। हमारी दूसरी मांग यह है कि पीड़ित परिवार बहुत गरीब तबके से है। इन्हें 10 लाख रुपए की तत्काल आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए। अगर ऐसा नहीं किया जाता है, तो अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा आमरण अनशन करने को बाध्य होगा।