अमेठी विधान सभा के पुरे प्रेम में एक स्कूल है, जिसके बगल ही बड़ा तलाब है और इसमे गाँव के नाली और बारिश का पानी जमा हुआ है जो कि बिल्कुल मेन रोड पर है और उसी रोड से अधिकारी आते जाते रहते है, पर किसी की निगाह आजतक वहाँ नही पड़ी।
अमेठी के तिलोई में बने बेसिक विद्यालय एक तालाब में तब्दील हो गया है। इस विद्यालय में लगभग 200 बच्चे आये दिन पढ़ने भी आते हैं। दिमागी बुखार की बीमारी से गोरखपुर में कई बच्चों की मौत होने के बाद सरकार की तरफ से ये निर्देश दिये गए की जहाँ पर सार्वजनिक स्थान हो या छोटे बच्चों का विद्यालय हो वहाँ पर जल भराव नहीं होना चाहिये, लेकिन अमेठी के आधिकरियों को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।
वहीं गोरखपुर में इतना बड़ा हादसा होने के बाद और सरकार के आदेश के बावजूद अमेठी प्रशासन को विद्यालय में जलभराव की कानो कान खबर तक नहीं है। इस बात की गवाही अमेठी जिला अधिकारी दे रहे है। यदी यहीं हाल रहा तो बच्चों का भविष्य तो अंधकार में जाएगी है, उनका जीवन भी खतरे में पड़ सकता है। अधिकारी आखिर कब तक यूपी सरकार के आदेशों का पाल करेंगे, ये सवाल यहां के लोगों के लिए एक बड़ा सवाल बना हुआ है।