scriptयरुशलम में दूतावास खोलने की योजना बना रहा अमरीका, फैसले से फिलिस्तीनियों में आक्रोश | US will open an embassy in Jerusalem Resentment in Palestine | Patrika News

यरुशलम में दूतावास खोलने की योजना बना रहा अमरीका, फैसले से फिलिस्तीनियों में आक्रोश

locationनई दिल्लीPublished: Feb 24, 2018 12:21:16 pm

Submitted by:

Mohit sharma

विदेश विभाग की प्रवक्ता हीदर नॉर्ट ने एक बयान में कहा कि दूतावास शुरू में आर्नोना की एक इमारत में खोला जाएगा

US

नई दिल्ली। अमरीकी विदेश विभाग का कहना है कि अमरीका मई में जेरूसलम में अपना इजरायली दूतावास खोलने की योजना बना रहा है। इस कदम के साथ ही अमेरिका ने लंबे समय से चली आ रही अपनी नीति को पलट दिया है, जिसका वैश्विक तौर पर विरोध किया जा रहा है। शुक्रवार को विदेश विभाग की प्रवक्ता हीदर नॉर्ट ने एक बयान में कहा कि दूतावास शुरू में आर्नोना की एक इमारत में खोला जाएगा, जहां से फिलहाल जेरूसलम में अमेरिका के महावाणिज्य दूत के वाणिज्यदूत संबंधी कार्य संचालित किए जाते हैं।

2019 के अंत तक खुलेगा दूतावास


नॉर्ट ने कहा कि आर्नोना परिसर में नया दूतावास उपभवन 2019 के अंत तक खुलेगा। इस बीच, अमेरिका ने इजरायल में स्थायी दूतावास के लिए जगह तलाश करनी शुरू कर दी है। प्रवक्ता ने कहा कि दूतावास संयोग से मई में खुल रहा है, जिस समय इजरायल की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ भी है। उधर, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के दो सहयोगियों की हिरासत अवधि बढ़ गई है। तेल अवीव मजिस्ट्रेट की अदालत ने इजरायल की प्रमुख टेलीकॉम कंपनी बेजाक के नियंत्रक शेयरधारक शॉल इलोविच और नेतन्याहू के विश्वासपात्र एवं पूर्व मीडिया सलाहकार नीर हेफ्ट्ज की हिरासत अवधि बढ़ा दी है। सिन्हुआ ने अदालत के हवाले से बताया कि वे सोमवार तक हिरासत में रहेंगे। इलोविच पर घूस में संलिप्त होने का आरोप है, जिसके चलते बेजेक को 2014 से 2017 तक संचार मंत्रालय से वर्ष नियामक और वित्तीय लाभ पहुंचा।

संयुक्त सैन्याभ्यास की तैयारी

इजरायल की सेना का कहना है कि उन्होंने अमरीकी सेना के साथ अगले महीने होने वाले व्यापक संयुक्त सैन्याभ्यास की तैयारियों के तहत सेनाएं तैनात करनी शुरू कर दी है। इस सैन्याभ्यास का आयोजन ‘जुनिपर कोबरा 2018’ चार से 15 मार्च तक होगा। इसमें अमेरिका के 2,500 जबकि इजरायल के 2,000 जवान हिस्सा लेंगे। इस संबंध में जारी बयान के मुताबिक, “इस सैन्याभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों की सेनाओं के बीच सहयोग और समन्वय को मजबूत करना, द्विपक्षीय समझ और हवाई रक्षा क्षमताओं को बढ़ावा देना है।

 

 

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो