बता दें कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अप्रवास, विशेष रूप से अमरीका में आने वाले वाले प्रवासी कारवां से होने वाले खतरों पर जोर देते आए हैं। ट्विटर प्रे हुए ट्रंप ने कहा कि प्रवासियों के बीच “कई गिरोह सदस्य” हैं, जो अमरीकी सीमा से लगभग 1500 किलोमीटर दूर हैं और सप्ताह के अंत तक अमरीका की सीमा तक पहुंच आएंगे। ट्रंप पहले ही यह घोषणा कर चुके हैं कि प्रवासियों को किसी भी कीमत पर कानूनी रूप से अमरीका में घुसने नहीं दिया जाएगा। ट्रंप ने अपने ट्वीट में प्रवसियों को चेतावनी देते हुए कहा, “कई गिरोह सदस्य और कुछ बहुत बुरे लोग हमारे दक्षिणी सीमा पर आने वाले कारवां में शामिल हैं।होते हैं। मैं उन्हें चेतावनी देता हूँ कि वो कृपया वापस जाएं। उन्हें संयुक्त राज्य में तब तक आने नहीं किया जाएगा जब तक वो कानूनी प्रक्रिया से नहीं जाते। मैं उन्हें बता देना चाहता हूँ कि यह हमारे देश पर आक्रमण माना जाएगा। सेना इन लोगों के स्वागत का इंतज़ार कर रही है।
ट्रंप का ट्वीट पिट्सबर्ग सीनागॉग में एक व्यक्ति द्वारा 11 लोगों की मौत के दो दिन बाद आया। ट्रंप ने पहले कहा था कि प्रवासी मुद्दा उनके अभियान के लिए केंद्र होगा। एक रक्षा अधिकारी ने पुष्टि की कि सैनिकों की तैनाती, जिसे “ऑपरेशन देशभक्त” नाम दिया गया है, 5 नवंबर से शुरू होगा। सैनिकों को ब्राउनविले, टेक्सास, नोगालेस, एरिजोना और सैन डिएगो, कैलिफ़ोर्निया के पास भेजा जाएगा। उत्तरी कमान के कमांडर ऑपरेशन की देखरेख करेंगे। उत्तरी कैरोलिना के फोर्ट ब्रैग, केंटकी के कैंपबेल और फोर्ट नॉक्स, और टेक्सास में भी सैनिकों के तैनाती होगी। उधर दक्षिणी सीमा के बंद होने की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर, व्हाइट हाउस की प्रवक्ता सारा सैंडर्स ने कहा, “हमारे पास कई विकल्प हैं और हम सभी संभावनाओं पर विचार कर रहे हैं।