जानकारी के अनुसार- अमरीका के ट्रेजरी डिपार्टमेंट की ओर से 28 जलपोत और नौपरिवहन से जुड़ी 27 कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया गया है। इनमें से कुछ कंपनियां चीन और सिंगापुर में भी रजिस्ट्रड हैं। उत्तर कोरिया के परमाणु और मिसाइल कार्यक्रमों को रोकने के लिए अमरीका ने यह कार्रवाई की है।
कंजर्वेटिव पॉलिटिकल एक्शन कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रपति ट्रंप ने यह घोषणा करते हुए कहा कि- हम उत्तर कोरिया पर भारी प्रतिबंध लगा रहे हैं। यह अब तक लगाए गए प्रतिबंधों से बड़ा प्रतिबंध है। अमरीका को इससे सकारात्मक नतीजों की उम्मीद है। जानकारों के अनुसार- अमरीका की इस कार्रवाई से दोनों देशों के संबंधों में तनाव बढ़ सकता है।
बता दें, अमरीका ने इसी महीने की शुरुआत में उत्तर कोरिया को चेताया था कि अगर वे बाज नहीं आया तो उस पर बड़े प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं। है। अमरीका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने टोक्यों में जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे से मुलाकात के बाद कहा था कि- मैं घोषणा करता हूं कि अमरीका बहुत जल्द उत्तर कोरिया पर सबसे कड़े और सबसे आक्रामक आर्थिक प्रतिबंधों का ऐलान करेगा।
विंटर गेम्स की ओपनिंग सेरेमनी में हिस्सा लेने से पहले उन्होंने कहा था कि- अमरीका जापान के साथ मिलकर नॉर्थ कोरिया पर दबाव बनाने का काम करता रहेगा। बता दें, इससे पहले ट्रंप प्रशासन ने पिछले साल अगस्त और जून में भी उत्तर कोरिया के मिसाइल कार्यक्रम में मदद करने वाली रूसी और चीनी कंपनियों पर रोक लगाई थी।
नार्थ कोरिया पर मिसाइल परीक्षणों के कारण अन्य देशों ने भी अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध लगाए हुए हैं। इसके बावजूद नॉर्थ कोरिया परमाणु हथियारों और अमरीका तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण पिछले साल तक करता रहा है।