वेनेजुएला में संकट खत्म होने के आसार मजबूत होने लगे हैं। रूस के बार-बार दबाव डालने के वेनेजुएला के वर्तमान राष्ट्रपति ने अपने रुख में बदलाव करने के संकेत दिए हैं। रूस ने संकट सुलझाने के लिए इस मामले में मध्यस्थता की पेशकश की है। आपको बता दें कि एक दिन पहले वेनेजुएला के सुप्रीम कोर्ट ने स्वघोषित राष्ट्रपति जुआन गुइदो के देश छोड़ने पर रोक लगा दी थी। रूस की सरकारी न्यूज एजेंसी को दिए साक्षात्कार में मादुरो ने कहा कि वेनेजुएला की भलाई के लिए वह विपक्ष के साथ बातचीत करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह जल्द संसदीय चुनाव कराने के पक्ष में हैं। उन्होंने कहा कि समस्याओं के राजनीतिक समाधान का यह सबसे बेहतर तरीका होगा।
राष्ट्रपति ने समय से पहले चुनाव कराने की संभावनाओं को खारिज कर दिया। उन्होंने इशारों में अमरीका पर हमला करते हुए कहा कि राष्ट्रपति चुनाव समय से पहले नहीं होंगे और कोई चुनाव करवाने के लिए उतावला है तो उसे 2025 तक इंतजार करना होगा। बता दें कि मादुरो पिछले साल मई में राष्ट्रपति पद के लिए दोबारा चुने गए थे। लेकिन उनके ऊपर चुनाव में धोखाधड़ी और हिंसा फैलाने के आरोप लगे थे।
नेशनल असेंबली प्रमुख और स्वघोषित राष्ट्रपति गुइदो का दावा दिन पर दिन मजबूत होता जा रहा है। उधर गुइदो ने कहा है कि उन्हें व्यक्तिगत खतरे की आशंका है लेकिन वह इससे डरने वाले नहीं है। अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने बुधवार को मादुरो सरकार को चेतवानी दी थी कि गुइदो को किसी तरह का नुकसान पहुंचाया गया तो ‘गंभीर परिणाम’ होंगे। गुइदो ने दुनिया भर के कई देशों से अपने पक्ष में समर्थन की अपील की है। उन्होंने यूरोपीय संघ से मादुरो सरकार के खिलाफ कड़े प्रतिबंध लगाने की अपील की।
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