जुआ खेलने में उड़ाए पैसे
वहां के स्थानीय मीडिया से इस बारे में जानकारी देते हुए अधिकारियों और अभिभावकों ने बताया की ये दोनों ननों चुराए हुए पैसे घूमने-फिरने में उड़ाती थीं। इसके साथ ही दोनों कसीनो में जुआ खेलने में भी ये पैसे बर्बाद करते थे, जबकि वे अभिभावकों के सामने स्कूल की आर्थिक हालात खस्ता होने का झांसा देती थीं।
बैंक रिकॉर्ड्स से गबन की पुष्टि
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो उनके बैंक रिकॉर्ड्स से भी इस फ्रॉड की पुष्टि होती है। रिकॉर्ड्स के अनुसार पिछले 10 सालों से सिस्टर मैरी मार्गरेट रेपर और सिस्टर लाना लैंग गबन कर रही थीं। आपको बता दें कि रेपर साल की शुरुआत में ही स्कूल के प्रिंसिपल पद से रिटायर हुई थी। बताया जा रहा है कि रेपर के पास ही ट्यूशन के सभी चेक और फीस आदि संभालने की जिम्मेदारी थी। तो दूसरी नन यानी चैंग स्कूल में ही एक टीचर थी। आरोप में ये कहा जा रहा है कि इन्होंने ट्यूशन के कुछ चेक चुराकर एक सीक्रेट अकाउंट में जमा कराया और नकद राशि ली।
स्कूल के खातों की ऑडिट से खुला राज
दावा किया जा रहा है कि ये अकाउंट रेपर और चैंग के बीच का ही एक राज था। रेपर की रिटायरमेंट से पहले स्कूल के खातों की ऑडिट में इस घपले के बारे में खुलासा हुआ। पिछले हफ्ते वहां के छोटे के-8 स्कूल ने इस बारे में जानकारी दी कि दोनों नन साल की शुरुआत में रिटायर हो गई थीं और उन्होंने स्कूल के पैसों का गलत इस्तेमाल किया। मामले का खुलासा होने पर जब इसकी जांच हुई तो पता चला कि दोनों ने चोरी किए रुपयों में से कुछ हिस्सा स्कूल को वापस किया था, हालांकि बाकी पैसों को उन्होंने अपने निजी इस्तेमाल के खर्च कर दिया था।