रूस और चीन अपनी शक्ति बढ़ा रहे अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की यह नीति मॉस्को और बीजिंग के साथ शक्ति पाने की नई होड़ को रेखांकित करती है। डेमोक्रेटिक और रिपब्लिक पार्टी के दर्जनों पूर्व अधिकारियों के इस पैनल ने पाया कि एक ओर जहां अमरीकी सेना बजट में कटौती का सामना कर रही है और उन्हें मिलने वाली सुविधाओं में कमी आ रही है।
युद्ध के साथ अन्य क्षेत्रों में पिछड़ रहा भारत दूसरी तरफ,चीन और रूस जैसे देश अमरीकी ताकत के साथ संतुलन कायम करने के लिए अपनी शक्ति बढ़ा रहे हैं। पैनल का कहना है कि अमरीका की सैन्य श्रेष्ठता और राष्ट्रीय सुरक्षा खतरनाक स्तर तक खराब हुई है,जो अबतक दुनिया में उसकी ताकत का लोहा मनवाती रही हैं। पैनल के अनुसार इस सदी में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई पर अमरीका का ध्यान केन्द्रित होने से वह युद्ध के अन्य क्षेत्रों जैसे मिसाइल रक्षा,साइबर और अंतरिक्ष अभियान सहित अन्य क्षेत्रों में पिछड़ रहा है।