24 मार्च को वाशिंगटन में राष्ट्रीय मार्च
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, फ्लोरिडा के मारजोरी स्टोनमैन डगलस के छात्रों का कहना है कि वे बुधवार को हुई गोलीबारी की घटना को बंदूक के लिए होने वाली राष्ट्रीय बहस में तब्दील करने के लिए दृढ़संकल्प है। इस संबंध में 24 मार्च को वाशिंगटन में मार्च निकाला जाएगा। रिपोर्ट में गोलीबारी में जीवित बचे कैमरून कास्की से की गई बातचीत के बाद बताया गया कि वे इस मुद्दे पर हो रहे राजनीती से नाराज हैं। छात्रों का कहना है, ‘हम (छात्र) मारे जा रहे हैं जबकि वयस्क इस पर राजनीति कर रहे हैं।’
ट्रंप और अन्य सीनेटरों की आलोचना
हाल ही में हुई इस गोलीबारी की वजह से देश में बंदूक नियंत्रण पर सख्त कानून को लेकर बहस एक बार फिर तेज हो गई। छात्रों ने शनिवार को फोर्ट लॉडरेडेल में इकट्ठा होकर इस दिशा में ट्रंप और अन्य सीनेटरों द्वारा कोई कदम न उठाने की आलोचना की।
क्या है मामला?
बता दें कि फ्लोरिडा स्थित पार्कलैंड के एक स्कूल में 14 फरवरी को फायरिंग में 17 स्कूली बच्चों की मौत हो गई। फायरिंग में एक दर्जन से अधिक बच्चे घायल भी हुए। काफी संख्या में बच्चों ने क्लासरूम में छिपकर अपनी जान बचाई। आरोपी हमलावर स्कूल का ही पूर्व छात्र है। उसे अनियमितता और अन्य मामलों में स्कूल प्रबंधन ने कुछ समय पूर्व निकाल दिया था। जानकारी के मुताबिक आरोपी निकोलस बदले की भावना से स्कूल पहुंचा। उसने पहले स्कूल में फायर अलार्म बजाया। अलार्म बजने से स्कूल में अफरा-तफरी मच गई। इसी बीच उसने ताबड़तोड़ फ़ायरिंग शुरू कर दी। दर्जनों बच्चों ने क्लासरूम में छिपकर अपनी जान बचाई। स्थानीय पुलिस ने हमलावर छात्र को गिरफ्तार कर लिया है।
बन्दूक संबंधित कानूनों में बदलाव के सवाल पर ट्रंप की चुप्पी?
ट्रंप ने बीते शुक्रवार को फ्लोरिडा अस्पताल में भर्ती पीड़ितों से मिलकर उनका हाल-चल पूछा। राष्ट्रपति ने अस्पताल में प्रेस के सवालों के जवाब भी दिए और कहा कि उन्होंने पीड़ितों का हालचाल पूछा। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा कुछ होना बहुत दुख की बात है। हालांकि जब उनसे पूछा गया कि क्या ऐसे घटनाओं के बाद देश के बन्दूक संबंधित कानूनों में बदलाव की जरूरत है, तब उन्होंने इसे नजरअंदाज कर दिया।