ट्रंप व्हाइट हाउस में फ्लोरिडा के मरजॉरी स्टोनमैन डगलस हाईस्कूल में हुई फायरिंग की घटना से प्रभावित लोगों से मुलाकात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि फ्लोरिडा जैसी घटनाओं को रोकने के लिए टीचर्स को भी बंदूकों से लैस कर देना चाहिए ताकि वे फायरिंग की घटनाओं का सामना कर सकें। गौर हो, फ्लोरिडा के स्कूल में हुई गोलीबारी में 17 लोगों की मौत हो गई थी। ये गालीबारी स्कूल से ही निष्कासिक एक पूर्व छात्र की ओर से की गई थी।
टीचर्स को मिले गन चलाने की ट्रेनिंग इस दौरान ट्रंप ने कहा कि अमरीका में बंदूक खरीदने वालों की बैकग्राउंड की जांच अनिवार्य कर दी जाएगी। फ्लोरिडा की घटना के संबंध में ट्रंप ने कहा कि उस समय अगर टीचर्स के पास हथियार होते, तो हालात पर जल्दी काबू पाया जा सकता था। इसलिए स्कूल के 20फीसदी टीचर्स को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जानी चाहिए। हथियारों के बारे में जानकारी होने पर वे अच्छे से ऐसे हालात पर काबू पा सकेंगे।
बता दें, हाल ही में राष्ट्रपति ट्रंप ने बंदूक रखने के नियमों में सुधार पर सहमति जताई है। इस द्विदलीय विधेयक पर ट्रंप ने रिपब्लिकन सीनेटर जॉन कॉर्निग से चर्चा की। विधेयक में किसी को भी हथियार खरीदने की इजाजत देने से पहले संबंधित शख्स की जांच प्रक्रिया में सुधार लाने का प्रस्ताव है। राष्ट्रपति ट्रंप की सुधारों पर सहमति इसलिए महत्वपूर्ण है, चूंकि 2016 में राष्ट्रपति पद की दौड़ के दौरान उन्होंने बंदूक नियंत्रण का विरोध किया था। पिछले साल नैशनल राइफल एसोसिएशन के अधिवेशन में भी राष्ट्रपति ने कहा था कि वे हथियार रखने के संवैधानिक अधिकार में कोई दखल नहीं देंगे।
व्हाइट हाउस की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार- नए विधेयक से हथियार बंदूक रखने की इजाजत देने से पहले संबंधित व्यक्ति की पृष्ठभूमि की बेहतर ढंग से जांच करना अनिवार्य होगा। सीनेटर जॉन कॉर्निन ने नवंबर 2017 में बंदूक नियंत्रण संबंधी विधेयक पेश किया था। इसमें बंदूक लाइसेंसधारियों के मानसिक स्वास्थ्य की जांच और उनके आपराधिक रिकॉर्ड और पृष्ठभूमि की गहनता से जांच करने के लिए इन्हें नेशनल इंस्टेट क्रिमिनल बैकग्राउंड चेक सिस्टम (NICS) के पास भेजा जाता है।