फिर उसे नौकरी से निकाल दिया। इससे क्षुब्ध होकर युवक ने आधी रात महुआ पेड़ में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सोमवार की सुबह 5 बजे परिजन ने सो कर उठे तो देखा कि उसका शव पेड़ पर फंदे के सहारे झूल रहा है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से उतरवाकर पीएम करवाया।
लखनपुर थाना क्षेत्र के कटकोना निवासी 18 वर्षीय हिमल प्रसाद पिता मुंशीराम राजवाड़े पिछले कुछ महीनों से अपने मामा के घर भिट्टीकला में रहकर अंबिकापुर में भगवती कपड़ा दुकान में काम करता था। रविवार को दुकान मालिक अपने बेटे की कमरे की सफाई के करने के लिए बोला था।
सफाई करने के दौरान हिमल ने मालिक के बेटे के पैंट की जेब में रखे ६ हजार रुपए चोरी कर ली थी। दुकानदार ने उसे चोरी करते पकड़ लिया और उसकी पिटाई कर दी। दुकान के मालिक ने उसके मामा मंगल प्रसाद को बुलाकर भांजे द्वारा चोरी करने की बात बताई और उसे नौकरी से निकाल दिया।
घर के बाहर महुआ के पेड़ में लगा ली फांसी
हिमल के मामा मंगल प्रसाद ने बताया कि मालिक द्वारा पिटाई करने व नौकरी से निकालने के बाद वह काफी सदमे में था। वह मेरे साथ घर चला आया और रात में खाना खाने के बाद कमरे में सो गया। रात २.३० बजे हिमल के नाना कहीं जा रहे थे।
वह हिमल को दरवाजा बंद करने के लिए बोलकर चले गए। संभवत: उसी दौरान उसने घर के बाहर महुआ पेड़ में रस्सी के सहारे फांसी लगा लिया। सोमवार की सुबह जब सो कर उठे तो देखा कि उसका शव झूल रहा था। इसकी जानकारी तत्काल मणिपुर चौकी पुलिस को दी।
पुलिस मौके पर पहुंची और शव को उतरवाया। पुलिस ने शव को पीएम कराने के बाद परिजन को सौंप दिया। फिलहाल पुलिस इस मामले में मर्ग कायम कर मामले की जांच कर रही है।
चोरी करते पकड़ा गया था मृतक
मृतक चोरी करते पकड़ा गया था। दुकान के मालिक द्वारा उसको डांट-फटकार किया गया था। इससे क्षुब्ध होकर रविवार की रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
प्रमोद यादव, चौकी प्रभारी मणिपुर