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टीआई ने आधी रात महिला को बुलाया थाना, कहा- पूरी करो ये डिमांड तब छोड़ूगा पति और भाई को, आईजी ने दी ये सजा

locationअंबिकापुरPublished: May 18, 2019 07:44:04 pm

पीडि़त महिला की शिकायत पर आईजी ने टीआई और आरक्षक के खिलाफ की कार्रवाई, बेटी के साथ थाने पहुंची थी महिला

Complaint

Women complaint from IG

अंबिकापुर. सरगुजा संभाग में इन दिनों थाना प्रभारियों की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठ रहे है। महीने भर की ही बात करें संभाग के अलग-अलग थानों में पदस्थ थाना प्रभारियों के खिलाफ लगातार शिकायत मिल रही है। कहीं फरियादियों की शिकायत दर्ज नहीं करने का आरोप तो कहीं झूठे मामले में फंसा कर रुपए उगाही करने का आरोप थाना प्रभारियों पर लग रहा है।
इसी कड़ी में एक और मामला सामने आया है, जहां एक महिला ने चांदनी बिहारपुर थाना में पदस्थ निरीक्षक बाजीलाल सिंह और आरक्षक महेंद्र तिवारी पर उसके पति और भाई को झूठे मामले में फंसाकर रुपए उगाही करने का गंभीर आरोप लगाते हुए आइजी से शिकायत की।
महिला ने बताया कि आधी रात टीआई ने उसे थाने में बुलाया था, इस दौरान उन्होंने उससे और उसकी बेटी से अभद्रता भी की थी। आइजी केसी अग्रवाल ने पीडि़त परिवार के आरोपों को गंभीरता से लेते हुए थाना प्रभारी और आरक्षक को तत्काल सस्पेंड कर दिया है।

सूरजपुर जिले के चांदनी बिहारपुर थाना क्षेत्र के ग्राम बिहारपुर निवासी शिवकुमारी गिरी पति सुभाष गिरी ने चांदनी बिहारपुर थाना प्रभारी बाजीलाल सिंह व आरक्षक महेंद्र तिवारी के खिलाफ झूठे मामले में फंसा कर जबरन रुपए उगाही करने का गंभीर आरोप लगाया है।
महिला ने शनिवार को अंबिकापुर पहुंचकर थाना प्रभारी व आरक्षक के खिलाफ आइजी को ज्ञापन सौंपकर न्याय की गुहार लगाई। महिला का आरोप है कि 15 अप्रैल की सुबह पति सुभाष गिरी और भाई राजेंद्र पुरी को चांदनी बिहारपुर पुलिस घर से उठाकर थाने ले गई।
इसके बाद महिला और उसकी बेटी ने थाने पहुंचकर पुलिस से जानकारी लेनी चाही तो कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। सुबह से शाम तक महिला अपनी बेटी के साथ थाने के चक्कर लगाती रही लेकिन पुलिस ने नहीं बताया कि आखिरकार उसके पति और भाई को पुलिस थाने लेकर क्यों आई है।

टीआई ने पत्नी को रात में बुलाया थाने
महिला का आरोप है कि आरक्षक महेंद्र तिवारी ने रात करीब 11 बजे उसे थाने बुलाया। आरक्षक ने महिला के पति और भाई को छोडऩे के एवज में रुपए की मांग करने लगा और पैसा नहीं देने पर झूठे मामले में फंसा कर जेल भेजने की धमकी देने लगा।
महिला जब थाना प्रभारी बाजीलाल सिंह के पास गई तो उसने भी आरक्षक के डिमांड को पूरा करने की बात कही और महिला व उसकी बेटी से अभद्र व्यवहार करने लगा। इसके बाद थाना प्रभारी और आरक्षक ने महिला के पति व भाई की दो बाइक थाने में मंगवाया। इसके बाद दोनों ही बाइक के दस्तावेज पर हस्ताक्षर करवा पंकज गुप्ता और उपेंद्र गुप्ता नाम के व्यक्ति को 30-30 हजार में बेचकर रकम रख ली।
परिवार ने आरोप लगाया कि थाना प्रभारी ने धमकी दी थी कि यदि घटना की शिकायत किसी से भी की तो उन्हें झूठे मामले में फंसा कर जेल भेज देंगे। हालांकि महिला और उसके परिवार ने हिम्मत दिखाते हुए घटना की शिकायत आइजी से की। वहीं आइजी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए थाना प्रभारी और आरक्षक को निलंबित कर दिया है।

एसपी से भी पीडि़त परिवार ने लगाई थी न्याय की गुहार
पीडि़त परिवार ने सूरजपुर पुलिस अधीक्षक से भी थाना प्रभारी और आरक्षक के खिलाफ शिकायत की थी। एसपी ने एसडीओपी को मामले में जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया था लेकिन विभागीय जांच के नाम पर एसडीओपी द्वारा खानापूर्ति कर मामले को रफा-दफा कर दिया गया। इसके बाद पीडि़त परिवार ने आइजी केसी अग्रवाल से मामले की शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई।

शिकायत पर की गई है कार्रवाई
थाना प्रभारी और आरक्षक के खिलाफ शिकायत मिली थी, दोनों के निलंबन की कार्रवाई की गई है, यदि किसी भी थाना प्रभारी या पुलिसकर्मी के खिलाफ शिकायत मिलती है तो तत्काल कारवाई की जाएगी, ताकि संभाग में पुलिसिंग व्यवस्था बेहतर बनी रहे।
केसी अग्रवाल, आइजी, सरगुजा रेंज

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