एनएसयूआई के प्रदेश संयोजक ने आईजी केसी अग्रवाल से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा। उन्होंने रेत उत्खनन मामले में कांग्रेस विधायक पर कई गम्भीर आरोप लगाए हंै।
एनएसयूआई के प्रदेश संयोजक विष्णु सिंहदेव ने आईजी को सौंपे ज्ञापन में कहा कि रामानुजगंज से कांग्रेस विधायक वृहस्पति सिंह ने घर में बुलाकर उनसे कहा कि रामानुजगंज एरिया का मालिक मै हूं और यहां मेरा राज चलता है। मेरी मर्जी के बगैर यहां कोई काम नहीं कर सकता। इस कारण आप लोग वापस लौट जाओ।
एनएसयूआई के प्रदेश संयोजक विष्णु सिंहदेव ने आईजी को सौंपे ज्ञापन में कहा कि रामानुजगंज से कांग्रेस विधायक वृहस्पति सिंह ने घर में बुलाकर उनसे कहा कि रामानुजगंज एरिया का मालिक मै हूं और यहां मेरा राज चलता है। मेरी मर्जी के बगैर यहां कोई काम नहीं कर सकता। इस कारण आप लोग वापस लौट जाओ।
उन्होंने आईजी को बताया कि पांगन नदी से निकलने वाली रेत परिवहन का काम ग्राम पंचायत द्वारा इंदौर के अतुल बाजपेयी को दिया गया है लेकिन विधायक अपना दबाव बनाकर खुद अपने समर्थकों को काम दिलाना चाहते हैं।
इस संबंध में विधायक से एक दो बार चर्चा भी की गई तो वे आपसी मामला कह कर निपटा लेने की बात कही। विधायक ने मुझसे कहा कि इस मामले मे हस्तक्षेप मत करो, बाद मे अतुल बाजपेयी ने बताया कि विधायक से चर्चा हो चुकी है और रेत उत्खनन के लिए वे अपनी शर्तों पर राजी हो गए है।
पूर्व की शर्तों से मुक रहे विधायक, करा रहे विवाद
विष्णु सिंहदेव ने कहा कि १६ अप्रैल को अतुल बाजपेयी ने उन्हें बताया कि विधायक द्वारा जबरदस्ती रेत खनन में अपने समर्थकों व कार्यकर्ताओं से विवाद कराया जा रहा है। जो पूर्व में शर्त तय हुआ था उससे विधायक मुकर रहे हैं। इस संबंध में जब विधायक से चर्चा की गई तो उन्होंने रामानुजगंज स्थित अपने घर बुलाया।
इसके बाद 17 अप्रैल को विधायक द्वारा ग्राम पचावल में रेत खनन को लेकर दो पक्षों के बीच झड़प और गाली-गलौज कर मारपीट करने की शिकायत की गई थी। मामले में विष्णु सिंहदेव व उसके चचेरे भाई विवेक सिंहदेव व अतुल बाजपेयी के खिलाफ एक्ट्रोसिटी एक्ट के तहत जुर्म दर्ज करा दिया गया है।
मामले से मेरा कोई लेना-देना नहीं
विष्णु सिंहदेव ने आईजी को बताया कि उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। इसकी कॉल डिटेल व टावर लोकेशन के आधार पर जानकारी निकाली जा सकती है। विधायक का काम करने से सचिव द्वारा इनकार किए जाने पर दबाव बनाकर वहां से हटवा दिया और सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया।
अविश्वास प्रस्ताव का खौफ दिखाकर विधायक रेत खनन के काम को हथियाने चाहते हैं। विष्णु सिंहदेव ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग आईजी से की है।