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मणप्पुरम गोल्ड लोन में डकैती का हार्डकोर डकैत बिहार से गिरफ्तार, इसके और कारनामे जान रह जाएंगे हैरान

locationअंबिकापुरPublished: Sep 22, 2018 06:30:06 pm

जनवरी 2017 में शहर के मणप्पुरम गोल्ड लोन फाइनेंस कंपनी से 5 हथियारबंद डकैतों ने दिया था वारदात को अंजाम, 12 किलो 800 ग्राम ले गए थे सोना

Robber arrested

Hardcore robbers arrested

अंबिकापुर. नगर के ब्रम्हरोड स्थित मणप्पुरम गोल्ड लोन फाइनेंस कंपनी में 4 जनवरी 2017 को हुई चर्चित डकैती के सरगना को पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। इस दौरान 5 हथियारबंद डकैतों ने घुसकर बड़ी डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। कर्मचारियों को बंधक बनाकर डकैत वहां से 12 किलो 800 ग्राम सोना व लाखों रुपए लेकर फरार हो गए थे। इस मामले में पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम ने 2 डकैतों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था।
उनकी निशानदेही पर टीम ने बिहार के रोहतक से डकैतों के सरगना अजय चेरो उर्फ गुरु पिता लखन चेरो को गिरफ्तार किया गया। सरगना के अलावा चोरी का सोना खरीदने वाले 2 खरीदार को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने मुख्य आरोपी से 521 ग्राम सोना के अलावा पिकअप वाहन, बाइक व डीजे साउंड सिस्टम, देशी कट्टा व कारतूस जब्त किया है। पुलिस ने उसे रिमांड पर लेने न्यायालय में पेश किया है।

गौरतलब है कि अंबिकापुर के ब्रम्हरोड स्थित मणप्पुरम गोल्ड लोन फाइनेंस कंपनी से 4 जनवरी 2017 को 5 हथियारबंद डकैतों ने 12 किलो 800 ग्राम सोना व लाखों रुपए पार कर दिया था। इस मामले में पुलिस को 1 साल तक तो डकैतों का सुराग लगाने में पसीने छूट गए थे। इसी बीच 5 महीने पूर्व पुलिस को सूचना मिली कि डकैती में शामिल बिहार के कोडरमा निवासी नित्यानंद उर्फ सुनील पांडेय पश्चिम बंगाल के जेल में बंद है।
इस पर पुलिस उसे प्रोडक्शन वारंट पर अंबिकापुर लाई। पूछताछ में उसने मुख्य सरगना समेत अन्य 4 साथियों के नाम बताए थे। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने 1 महीने बाद एक अन्य डकैत धनबाद निवासी अजीत चौहान तथा चोरी का सोना खरीदने वाले 3 खरीदारों को गिरफ्तार किया था।
पुलिस की टीम सरगना व 2 अन्य डकैतों सुरेश कर्मकार व संजय गुप्ता की खोजबीन में जुटी थी लेकिन उनका कहीं पता नहीं चल रहा था। इधर सरगुजा एसपी द्वारा मुख्य आरोपी की सूचना देने व गिरफ्तारी में सहयोग करने वालों को 10 हजार रुपए नकद इनाम देने की भी घोषणा की गई थी।

तेज तर्रार पुलिसकर्मियों की टीम ने किया गिरफ्तार
आईजी हिमांशु गुप्ता के निर्देश पर एसपी सदानंद कुमार ने सरगना को पकडऩे का काम स्वयं द्वारा संचालित विशेष अनुसंधान दल को सौंपा। एसपी के बिहार-झारखंड से बेहतर संबंध के अलावा सीएसपी आरएन यादव के मार्गदर्शन में विशेष अनुसंधान दल को मुखबिर से सूचना मिली कि सरगना बिहार के रोहतास जिले के ग्राम नौहट्टा में है। सूचना मिलते ही ७ सदस्यीय विशेष टीम वहां के लिए रवाना हो गई।
यहां से उन्होंने सरगना अजय चेरो उर्फ विशाल सिंह उर्फ गुरु को गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा नौहट्टा के ही चोरी का सोना खरीदने वाले बर्तन व्यवसायी साकेत कुमार सोनी उर्फ लुलू तथा पलामू जिले के ग्राम मेदनीनगर निवासी संजय सोनी को भी धरदबोचा। मुख्य आरोपी ने साकेत सोनी को 700 ग्राम तथा संजय सोनी को 600 ग्राम सोना बेचा था।

सोना बेचकर खरीदा था पिकअप-बाइक और डीजे
पुलिस की पूछताछ में सरगना अजय चेरो ने बताया कि डकैती के बाद उसके हिस्से में 4 किलो 500 ग्राम सोना आया था। इसमें से उसने 3 किलो सोना पिघलाने के लिए किसी को दिया था जिसे लेकर फरार हो गया था। उसने बताया कि बाकी के सोने से मिली रकम से उसने पिकअप वाहन, यामाहा फेजर बाइक, डीजे साउंड सिस्टम खरीदा था।
इन सबको उसने अपने ससुराल झारखंड के पलामू जिले के ग्राम पतरिया में रखा था। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर सभी को जब्त कर लिया। वहीं उसके पास से एक कट्टा व 2 कारतूस भी जब्त किया गया है।

3 जगह और की थी बड़ी डकैती, जेल से बनाई थी योजना
गिरफ्तार सरगना अजय चेरो इसके पूर्व भी कई बड़ी डकैती की वारदात को अंजाम दे चुका था। उसे अन्य राज्यों की पुलिस भी तलाश रही थी। पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि वर्ष 2013 में उसने पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर स्थित मुथुट फाइनेंस से 24 किलो सोना, वर्ष 2015 में बिहार के आरा स्थित मणप्पुरम गोल्ड लोन बैंक से 12 किलो सोने की डकैती की थी।
वहीं धनबाद स्थित एक कोल कंपनी के जीएम के घर में बड़ी डकैती की थी। जीएम के घर हुई डकैती में वह पकड़ा गया था और जेल में बंद था। जेल में ही उसने अन्य लोगों के साथ मिलकर अंबिकापुर में डकैती की योजना बनाई थी। उसने साथियों को बताया था वह वर्ष 2014 में अंबिकापुर गया था। यहां आसानी से डकैती की जा सकती है।

कार्रवाई में ये रहे शामिल
कार्रवाई में विशेष अनुसंधान दल के एसआई प्रियेश जॉन, प्रधान आरक्षक पन्नालाल, आरक्षक अरविंद उपाध्याय, विकास सिंह, क्राइम ब्रांच से आरक्षक अमृत सिंह, राहुल सिंह तथा कोतवाली अंबिकापुर से महिला आरक्षक सरला शामिल रहे।
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