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डीईओ ने सभी स्कूल के प्राचार्यों को दी ये चेतावनी, सबके सामने खड़ा कराकर पूछे सवाल, ये भी कहा

locationअंबिकापुरPublished: Jan 17, 2019 03:23:29 pm

कहा- बोर्ड की परीक्षा में 85 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों को अलग से बनाई जाएगी सूची

Principals

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अंबिकापुर. सरगुजा जिले का परीक्षा परिणाम सुधारने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी ने प्राचार्यों को सख्त चेतावनी दी। शासकीय बहुद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के सभागार में बुधवार को शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक हुई। जिला शिक्षा अधिकारी संजय कुमार गुप्ता ने अद्र्धवार्षिक परीक्षा परिणाम के आधार पर खराब परिणाम वाले विद्यालयों के प्राचार्यों को परीक्षा परिणाम सुधारने के लिए कहा।

डीईओ ने 50 फीसदी से नीचे के परीक्षा परिणाम वाले प्रत्येक विद्यालय के प्राचार्यों को खड़ा कर पूरी रिपोर्ट ली। प्रत्येक विषय का परीक्षा परिणाम देखा। उन्होंने प्राचार्यों से कहा कि जिन विषयों का परिणाम खराब है उन्हें सुधारने के लिए अतिरिक्त कक्षायें भी लगाएं। उन्होंने कहा कि वार्षिक परीक्षा का परिणाम हर हाल में बेहतर आना चाहिए।
अद्र्धवार्षिक परीक्षा में 50 फीसदी से ऊपर परिणाम लाने वाले विद्यालयों के प्राचायों को कहा गया कि गत वर्ष 84 फीसदी जिले का परीक्षा परिणाम था। 84 फीसदी से अच्छा परीक्षा परिणाम बनाये रखना है। उन्होंने कहा कि परीक्षा में 85 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों की अलग सूची बनाई जाएगी।

बोर्ड परीक्षा की तैयारियों पर की चर्चा
जिला शिक्षा अधिकारी ने 2 मार्च से आयोजित होने वाली बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों को लेकर प्राचार्यों के साथ चर्चा की। उन्होंने सभी से जानकारी ली कि परीक्षाओं के दौरान बुनियादी सुविधायें उपलब्ध रहें।
जिन केन्द्रों के पास बुनियादी सुविधायें नहीं हैं, उन्हें व्यवस्था करने कहा। दोपहर दो बजे के बाद शिक्षा का अधिकार विषय पर प्रशिक्षण आयोजित हुआ। प्रशिक्षण के दौरान शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत प्रवेश देने की प्रक्रिया से अवगत कराया गया।

मासिक टेस्ट व मॉडल टेस्ट हो एक साथ
28 जनवरी को होने वाला मासिक टेस्ट और फरवरी में मॉडल परीक्षा को लेकर प्राचार्यों ने विरोध दर्ज कराया। प्राचार्यों ने कहा कि मासिक टेस्ट और मॉडल टेस्ट एक साथ कराना फायदेमंद होगा।
दो पराक्षायें अलग-अलग आयोजित होने से विद्यार्थियों का 10 दिन नुकसान होगा। प्राचार्यों की सलाह पर जिला शिक्षा अधिकारी ने मनन कर शीध्र निर्णय से अवगत कराने का आश्वासन दिया।

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