अटल विकास यात्रा के द्वितीय चरण में सीएम रमन सिंह पहुंचे सीतापुर, 455 करोड़ के विकास कार्यों का किया लोकार्पण व शिलान्यास
CM in Sitapur
अंबिकापुर/सीतापुर. छत्तीसगढ़ में बड़ी सोच के साथ विकास के कार्य सुनियोजित ढंग से कराये जा रहे हैं। इसके साथ ही सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखते हुए जनकल्याणकारी योजनाएं बनाई जाती है और उनका बेहतर क्रियान्वयन किया जा रहा है। इन योजनाओं का लाभ जरूरतमंदो को मिलता है और इसका प्रभाव पूरे छत्तीसगढ़ में देखने का मिल रहा है।
मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने यह विचार गुरुवार को सरगुजा जिले के सीतापुर जनपद पंचायत मुख्यालय के स्टेडियम ग्राउण्ड में आयोजित अटल विकास यात्रा के तहत आयोजित आमसभा में व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सरगुजा क्षेत्र का प्रमुख त्यौहार करमा की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सीतापुर में अटल विकास यात्रा के प्रति भव्य उत्साह देखा गया, जिसमें समाज की सभी वर्गो की भागीदारी परिलक्षित हो रही है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद यहां जो भी विकास कार्य हुएं हैं, उसके पीछे स्व. अटल जी का योगदान रहा है।
छत्तीसगढ़ राज्य स्व. वाजपेयी की देन है और इस लिए इस यात्रा का नाम अटल विकास यात्रा रखा गया है। सीएम ने छत्तीसगढ़ की ढाई करोड़ जनता को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनके विश्वास के कारण ही मुझे छत्तीसगढ़ की सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष 1 नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरु की जाएगी और धान खरीदने के साथ ही धान का बोनस भी किसानों के खाते में जमा करा दिए जाएंगे।
इस अवसर पर गृहमंत्री रामसेवक पैकरा, जिला पंचायत अध्यक्ष फुलेश्वरी सिंह, पूर्व विधायक प्रोफेसर गोपाल राम,उपाध्यक्ष प्रभात खलखो, संभागायुक्त टामन सिंह सोनवानी, आईजी हिमांशु गुप्ता, पुलिस अधीक्षक सदानन्द कुमार, जिला पंचायत सीईओ नम्रता गांधी, डीएफओ प्रियंका पाण्डे, छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष अनिल सिंह मेजर, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के संचालक अखिलेश सोनी, भारत स्काउट गाइड के जिलाध्यक्ष अनुराग सिंहदेव के अलावा जनप्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।
देश के किसी अन्य राज्य में इतनी दर पर धान की खरीदी नहीं उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा इस वर्ष धान के समर्थन मूल्य में 200 रुपए की बढ़ोत्तरी की गई है, जिससे छत्तीसगढ़ के किसानों को क्रमश: 1750 एवं 1770 रुपए तथा 300 रुपए बोनस मिलाकर प्रति क्विंटल मोटा धान का 2050 रुपए और पतला धान का 2070 रुपए प्रति क्विंटल प्राप्त होगा।
उन्होंने कहा कि किसानों को धान खरीदी के साथ ही धान का बोनस की राशि देने के लिए विधान सभा का विशेष सत्र बुलाकर 2400 करोड़ रुपए का प्रावधान धान बोनस के लिए किया गया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को छोड़कर हिन्दुस्तान में कोई ऐसा राज्य नहीं है जो 2050 और 2070 रूपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी करे।
किसानों के चेहरे पर खुशी उन्होंने कहा कि किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर कृषि ऋण उपलब्ध कराया जाता है और 7 हजार 500 यूनिट तक की बिजली किसानों के सिंचाई पम्पों को नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाता है। किसानों को एक दो या तीन पंप होने पर भी फ्लेट रेट पर विद्युत की सुविधा दी जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि छत्तीसगढ़ के 12 लाख परिवारों को 30 यूनिट से अधिक खर्च करने पर भी 100 रूपये प्रतिमाह ही बिजली देयक का भुगतान करना होगा।
इन परिवारों को पहले 30 यूनिट से अधिक बिजली खर्च करने पर सामान्य दर पर बिजली देयक का भुगतान करना पड़ता था लेकिन अब 100 रुपए प्रतिमाह निर्धारित हो जाने पर बड़ी राहत मिलेगी। सीएम ने कहा कि आज किसानों के चहरे में खुशी और ऊमंग की भावना देखी जा रही है। पहले किसानों को यूरिया, डीएपी और खाद-बीज के लिए भटकना पड़ता था लेकिन अब शून्य प्रतिशत कृषि ऋण की सुविधा के साथ ही किसानों को समय पर खाद बीज आसानी से प्राप्त हो जाता है।
उच्चदाब विद्युत केंद्र का उद्घाटन मुख्यमंत्री ने कहा कि सरगुजा जिले के बतौली क्षेत्र में 133/32 केव्ही के अति उच्चदाब विद्युत उपकेन्द्र का आज उद्घाटन किया गया है और इस विद्युत उपकेन्द्र से सीतापुर, मैनपाट, बतौली और लुण्ड्रा के करीब 213 ग्रामों में गुणवत्तापूर्ण विद्युत प्राप्त होगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि वनवासी क्षेत्रों के रहने वाले लोगों पर दर्ज छोटे-मोटे करीब 20 हजार प्रकरणों को समाप्त कराकर लोगों को राहत दी गई है।
उन्होंने कहा कि तेंदूपत्ता संग्रहण की दर 450 रूपये से बढ़ाते-बढ़ाते अब 2500 रूपये प्रति मानक बोरा कर दिया गया है, जिससे तेंदूपत्ता संग्राहकों को अच्छी आमदनी हो रही है। तेंदूपत्ता संग्राहकों को 7500 करोड़ रूपये का बोनस दिया जायेगा। वहीं 12 लाख परिवारों को चरणपादुका का वितरण किया गया है।
बड़ी सोच लेकर कर रहे काम सीएम ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बड़ी सोच को लेकर विकास के कार्य कराए जा रहे हैं और 2025 में छत्तीसगढ़ कैसा होगा इसके लिए अटल दृष्टि-पत्र तैयार किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल दृष्टि-पत्र से बड़ी सोच बड़ी कल्पना के साथ रजत जयंती वर्ष 2025 तक छत्तीसगढ़ को आधुनिक विकसित और स्मार्ट बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
15 साल के विकास के सफर में छत्तीसगढ़ के लोगों में एक भरोसा जगा है। उन्होंने विश्वास दिलाते हुए कहा कि अगले 5 साल में चार गुना ज्यादा विकास होगा। उन्होंने कहा कि 1 रूपये किलो की दर से चावल देने से किसी गरीब परिवार का कोई भी सदस्य को भूखा सोने की नौबत नहीं आती है।
मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत 50 हजार रूपये तक इलाज की सुविधा मिल रही है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत गरीब परिवारों को 5 लाख रूपये तक इलाज की सुविधा मिलेगी।
मोबाइल वितरण से देश व दुनिया से जुड़े लोग सरगुजा सांसद कमलभान सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में गांव, गरीब, किसान मजदूर और सभी वर्गों के हित में विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही हंै, जिनका लाभ लोगों को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों को समर्थन मूल्य पर धान बेचने की सुविधा के साथ ही धान बोनस और महिलाओं को संचार क्रंति योजना के तहत मोबाइल वितरण करने से आज वे देश दुनिया से जुड़ रहे हैं और उनमें जागृति भी आ रही है।
कलक्टर ने प्रस्तुत किया प्रतिवेदन कलक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा कि आज 455 करोड़ रुपए की लागत के विभिन निर्माण कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया गया है। इनमें लेंगू व्यपर्वतन, उडूमकेला, रकेली, बांसाझाल व्यवपर्वतन आदि शामिल हैं। इनसे क्षेत्र के करीब 10 हजार किसानों को सिंचाई की सुविधा प्राप्त होगी।
वहीं बतौली जनपद के काराबेल में 132/33 केव्ही के उपकेन्द्र निर्माण से लो वोल्टेज की समस्या से निजात मिलेगी। उन्होंने बताया कि संचार क्रंति योजना के तहत 1 लाख 2 हजार 914 हितग्राहियों को स्मार्टफोन वितरित किया गया है तथा 35 हजार 230 तेंदूपत्ता संग्राहकों को तेंदूपत्ता बोनस वितरित किया गया है।