हैरान कर देने वाली सच्चाई आई सामने एक तरफ तो केंद्र और प्रदेश सरकार लगातार भ्रष्टाचार मिटाने के दावे कर रही है, लेकिन दूसरी तरफ आमजन और विपक्ष लगातार भ्रष्टाचार बढ़ने का आरोप लगा रहे हैं। पीएम आवास योजना में ठंडा नगर पालिका का यह वीडियो तो अब वायरल हुआ है, लेकिन यहां भ्रष्टाचार की जड़े काफी मजबूत हैं। आवास योजना के अलावा भी इस नगर पालिका में करोड़ों रुपये विकास के नाम पर खर्च किये गए, लेकिन कमीशनखोरी के नाम पर आज तक कराए गए विकास कार्यों की गुणवत्ता ऐसी की कोई भी निर्माण एक साल या दो साल में टूट कर समाप्त हो जाता है।
पीएम आवास ईंजन का जो वीडियो वायरल हुआ है, उसमे टांडा नगर क्षेत्र के एक मुहल्ले में आवास के एक लाभार्थी से मौके पर पहुंचे नगर पालिका का एक कर्मचारी अनूप यादव लाभार्थी से पहली किस्त के एवज में पांच हजार रुपये मांग रहा है और जब लाभार्थी देने से मना किया तो वह धमकी दे रहा है कि उसका नाम आवास होजन से कैंसिल कराकर रिकवरी करा देगा। इतना ही नहीं, इस कर्मचारी ने स्वयं ही कबूल किया है कि जिसने पैसा नहीं दिया वह खुले आसमान के नीचे नाले पर राह रहा है।
उसने यह भी बताया कि इस वसूली के पैसे में नगर पालिका टांडा के पीएम आवास का प्रभारी राम बाबू गुप्ता के अलावा अन्य लोग, यहां तक कि डूडा के प्रबंधक का भी हिस्सा है। जिस तरह से यह कर्मचारी अनूप यादव इस गरीब लाभार्थी को धमकी देते हुए एक के बाद एक खुलासे कर रहा है, उसे देखने और सुनने के बाद यह बात तो साफ है कि यह योजना एक बड़े भ्रष्टाचार के रूप में परिवर्तित हो गई है, जिसमे शासन स्तर से बड़ी जांच और कार्यवाही की आवश्यकता है। अब देखना यह है कि शासन इस मामले में क्या कदम उठाता है।