मालीपुर थाना क्षेत्र के श्यामपुर दरियापुर गांव के महावीर वर्मा के मुताबिक, उनकी जमीन पर गांव के ही एक व्यक्ति ने अतिक्रमण कर रखा है। लगभग 6 महीने पहले उसने डीएम से शिकायत की थी। डीएम के आदेश पर तत्कालीन एसडीएम ने राजस्व टीम के साथ मौके पर पैमाइश करके खूंटा गाड़ दिया था। लेकिन राजस्व टीम के जाने के बाद व्यक्ति ने खूंटा उखाड़ कर दोबारा कब्जा जमा लिया था।
10 हजार घूस लेने के बाद मांग रहा था 4 हजार
बीते दिनों लेखपाल रामजस ने रिपोर्ट लगाकर जमीन दिलाने के नाम पर उससे दस हजार रुपये लिए थे। रिश्वत की रकम पाने के बाद लेखपाल चार हजार रुपये की और मांग करते हुये टालमोटल करता रहा। थक-हार कर पीड़ित महावीर ने मंडल मुख्यालय अयोध्या पहुंचा और एंटी करप्शन पुलिस को लिखित तहरीर देकर मामले से अवगत कराया।
तहसील परिसर में घुस लेते ही पहुंच गई टीम शिकायत के बाद भ्रष्टाचार निवारण संगठन के अयोध्या टीम प्रभारी रायसाहब द्विवेदी पुलिस कर्मियों के साथ जलालपुर तहसील पहुंचे। वहां पहले से ही मौजूद ग्रामीण महावीर वर्मा ने जैसे ही इटौरी क्षेत्र के लेखपाल रामजस को चार हजार रुपये घूस दिया तभी वहां टीम पहुंच गई।
एंटी करप्शन टीम ने उसे दौड़ाकर पकड़ा परिचय देते ही लेखपाल भागने लगा। इस पर एंटी करप्शन टीम ने उसे दौड़ाकर पकड़ लिया। इसके बाद सख्ती बरतते हुए उसे तहसील परिसर के ठीक सामने खड़ी गाड़ी में बिठाकर जलालपुर कोतवाली के बजाय मालीपुर थाने ले जाया गया, क्योंकि लेखपाल की तैनाती उसी क्षेत्र में थी। शिकायतकर्ता भी मालीपुर का ही है। थाने में इंस्पेक्टर रायसाहब की तहरीर पर केस दर्ज कर लिया गया। इसके बाद आरोपी लेखपाल को लॉकअप में डाल दिया गया। वहां से उसे अब गोरखपुर कोर्ट में पेश किया जाएगा।