निवर्तमान जिलाध्यक्ष संजय शर्मा को उतारा चुनाव मैदान में भाजपा की ओर से निवर्तमान जिलाध्यक्ष संजय शर्मा को विधानसभा चुनाव में अलवर शहर से प्रत्याशी घोषित किया गया है। चुनाव लडऩे के कारण पार्टी की कमान किसी अन्य कार्यकर्ता को सौंपना तय माना जा रहा था। संभवत: पार्टी ने इस कारण ही नरूका को जिलाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपने का निर्णय किया है। विधानसभा चुनाव से पूर्व पार्टी की ओर से किसी भी जिलाध्यक्ष को चुनाव नहीं लड़वाने की बात कही गई थी। बाद में पार्टी ने अलवर जिलाध्यक्ष संजय शर्मा को प्रत्याशी घोषित कर दिया था। पार्टी की गाइड लाइन की पालना के लिए संजय शर्मा की जगह संजय नरूका को जिलाध्यक्ष मनोनीत किया गया।
बार-बार बदलाव से टीम पर असर संभव विधानसभा चुनाव के दौर में पार्टी की ओर से बार-बार जिलाध्यक्ष पद में बदलाव का कार्यकर्ताओं पर असर संभव है। निवर्तमान जिलाध्यक्ष संजय शर्मा कार्यभार ग्रहण करने के बाद अपनी टीम को नया रूप भी नहीं दे पाए थे, अचानक फिर से जिलाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संजय नरूका को सौंप दी।
नई टीम भी तैयार करने से पहले चुनाव में अटके निवर्तमान जिलाध्यक्ष संजय शर्मा 40 दिनों अपनी टीम भी तैयार नहीं कर पाए थे कि विधानसभा चुनाव की सरगर्मी शुरू हो गई। बाद में पार्टी प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया शुरू हो गई और खुद को भी अलवर शहर से चुनाव मैदान में उतरना पड़ा। इस कारण नई टीम तैयार करने का मौका ही नहीं मिल पाया। चुनाव में उतरने के बाद निवर्तमान जिलाध्यक्ष शर्मा ने खुद ही पार्टी से चुनाव के दौरान जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी अन्य कार्यकर्ता को सौंपने का आग्रह भी किया। इसी को देखते हुए पार्टी ने जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी बदलने का निर्णय किया।