विधानसभा चुनाव के टिकट वितरण को लेकर भाजपा में भले ही ऊपरी स्तर पर खास तैयारी दिखाई नहीं दे रही है, लेकिन पाटी सूत्रों का मानना है कि मजबूत दावेदारों की तलाश के लिए विभिन्न स्तरों पर अंदरखाने सर्वे का दौर जारी है। अभी तक राष्ट्रीय नेतृत्व की ओर से एक सर्वे पूरा हो चुका है, वहीं दूसरा सर्वे इन दिनों जिले में चल रहा है। पहले सर्वे में जिले में भाजपा के मौजूदा विधायकों की स्थिति को लेकर कराया गया था। वहीं दूसरा सर्वे टिकट के अन्य दावेदारों को लेकर कराया जा रहा है। एक और सर्वे प्रदेश स्तर पर मुख्यमंत्री की ओर से कराए जाने की भी
चर्चा है।
चर्चा है।
स्थिति में सुधार का आकलन करना है सर्वे का उद्देश्य राष्ट्रीय नेतृत्व की ओर से विधायकों की स्थिति को लेकर कराए गए सर्वे की रिपोर्ट से जिले में कई विधायकों की चिंता बढ़ गई है। इसका कारण गत लोकसभा उपचुनाव में अलवर संसदीय क्षेत्र की आठ विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा को मिली बड़ी हार बताया जा रहा है। सर्वे का उद्देश्य भी उपचुनाव के बाद विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा की स्थिति में सुधार का आकलन करना है। यही कारण है कि कई विधायकों की चिंता बढ़ गई है।
गौरव यात्रा भी है बड़ा सर्वे मुख्यमंत्री की ओर से प्रदेश में निकाली जा रही गौरव यात्रा भी विधानसभा चुनाव के लिए बड़ा सर्वे माना जा रहा है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि यात्रा के साथ 20 सदस्यों की टीम चलती है, जो कि दो दिन पहले ही विधानसभा क्षेत्रों में पहुंचकर पार्टी, विधायक, विभिन्न दावेदारों का आंकलन कर मुख्यमंत्री को रिपोर्ट देती है। संभावना है कि आगामी विधानसभा चुनाव के टिकट वितरण में यह रिपोर्ट भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
अभी नहीं लिए बायोडाटा टिकट के लिए ज्यादातर दावेदारों ने अपने बायोडाटा तो तैयार करा लिए, लेकिन अभी पार्टी की ओर से किसी भी दावेदार से बायोडाटा नहीं मांगा गया है। हालांकि दावेदार अभी पार्टी के प्रदेश संगठन मंत्री एवं अन्य आला नेताओं व पदाधिकारियों से मिल टिकट मांगने का आधार बताने में जुटे हैं।