प्रधानमंत्री मोदी को लिखे अपशब्द मत्स्य विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर हैकर्स ने पाकिस्तान जिंदाबाद के साथ पीएम मोदी को लेकर अपशब्दों का प्रयोग किया। इसके साथ उन्होंने लिखा है कि मोदी फेंटम थर्ड कब आ रही है, कैसा लगा पाकिस्तान आर्मी का सरप्राइज, 27 फरवरी को?, नीचे लिखा है कि अगर अब भी सुकून नहीं आया तो दुबारा घुसके देख।
आठ माह में कई बार हैक मत्स्य विश्वविद्यालय की वेबसाइट 8 माह में तीसरी बार हैक हुई है। इससे विश्वविद्यालय की साइबर सिक्योरिटी पर सवाल उठ रहे हैं। विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर लाखों विद्यार्थियों के प्रवेश-पत्र व रिजल्ट हैं, जिसमें विद्यार्थियों की निजी जानकारियां शामिल हैं। हैकर्स आसानी से विश्वविद्यालय की वेबसाइट हैक कर रहे हैं, विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर विद्यार्थियों की जानकारी कितनी सुरक्षित है, इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।
विद्यार्थियों ने विरोध प्रदर्शन किया विश्वविद्यालय प्रशासन ने पिछली बार वेबसाइट हैक होने पर जांच कराने व साइबर सुरक्षा को और मजबूत करने की बात कही थी, लेकिन उनके तमाम दावे धरे रह गए। पहले इस मामले में विश्वविद्यालय ने शिवाजी पार्क पुलिस थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई थी। इसके विरोध में विश्वविद्यालय
छात्र संघ अध्यक्ष सुमंत चावड़ा के नेतृत्व में विद्यार्थियों ने अर्दनग्न होकर विरोध प्रदर्शन किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय संघर्ष समिति के संयोजक विष्णु चावड़ा, हरीश, नासिर, निहाल गुर्जर, युवराज सहित अन्य विद्यार्थी उपस्थित थे।
पहले भी हैक हो चुकी वेबसाइट यह पहली बार नहीं है जब मत्स्य विश्वविद्यालय की वेबसाइट हैक हुई हो, इससे पहले पिछले साल 2 नवंबर को विश्वविद्यालय की वेबसाइट हैक हुई थी। 2 नवंबर को साइट के होमपेज पर पाक कोबरा कमांडर नाम की हैकर्स टीम का संदेश आया था, जिसमें एक जासूस रूपी व्यक्ति का फोटो जो कम्प्यूटर के सामने बैठा था और उसमें कोबरा सहित किसी सेना के कमांडर के फोटो प्रदर्शित हो रहे थे, वे इसमें साइट के हैक होने का संदेश दे रहे थे। इसके बाद 2 अप्रेल को एक बार फिर विश्वविद्यालय की वेबसाइट हैक की गई थी। विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लिखा हुआ था। 2 अप्रेल को वेबसाइट ब्लैक स्कॉर्पियन की हैक की गई थी।
पुलिस में मामला दर्ज विश्वविद्यालय की कुल सचिव सरोज गुप्ता ने बताया कि बेवसाइट का होम पेज री डाइरेक्ट किया गया था। इसे विशेषज्ञों की सहायता से ठीक करवा दिया गया है। इससे किसी प्रकार के डाटा की क्षति व अन्य कोई सूचना लीक नहीं की गई है। इस मामले की लिखित में शिकायत शिवाजी पार्क पुलिस थाने में की गई है।