भाजपा में टिकट को लेकर दावेदारों के बीच उठापटक का दौर जारी है। दावेदारों में खींचतान के बीच पार्टी के कुछ बड़े नेता भी अपने समर्थक दावेदार की पैरवी में जुटे हैं, वहीं कुछ दावेदार एक-दूसरे के समर्थन व विरोध में आमने-सामने आ खड़े हुए हैं। इन दिनों बहरोड़ क्षेत्र से जुड़े भाजपा टिकट के दो प्रमुख दावेदारों के एक साथ आने की चर्चा है।
पार्टी को भीतरीघात का डर सताया अलवर सीट पर देरी के पीछे टिकट की घोषणा के बाद संभावित भीतरीघात का डर भी बड़ा कारण है। कारण है कि टिकट की दौड़ में शामिल दोनों दावेदारों में से किसी एक को टिकट दिए जाने पर दूसरे धड़े की चुनाव में भीतरीघात की आशंका से पार्टी के बड़े नेता भी इनकार नहीं कर रहे।
अब दिल्ली में होगा निर्णय अलवर लोकसभा क्षेत्र के लिए भाजपा टिकट का निर्णय अब दिल्ली में होना है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश के बाद पुन: सर्वे पूरा हो गया और सोमवार को जयपुर से पार्टी की पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश लोकसभा चुनाव प्रभारी पैनल को लेकर दिल्ली पहुंच गए। अब दिल्ली में नए पैनल पर राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं अन्य बड़े नेताओं से चर्चा होनी है। चर्चा में एक नाम पर सर्वानुमति बनने के बाद ही केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक में अलवर के पैनल को रखे जाने की उम्मीद है। हालांकि अलवर में लोकसभा चुनाव आगामी 6 मई को होना है और इसकी अधिसूचना 10 अप्रेल को जारी होगी। इस कारण पार्टी फिलहाल ज्यादा जल्दी में नहीं है।