वर्तमान में सरिस्का की सुरक्षा के हालात
सरिस्का की छह रेंजों की 102 बीटों पर वर्तमान में कुल 108 वनकर्मी तैनात हैं, इनमें करीब एक तिहाई महिला वनकर्मी भी शामिल हैं। वहीं सरिस्का में वनकर्मियों के पास आधुनिक हथियारों का अभाव है। नियमानुसार हर चौकी पर दो वनकर्मियों की नियुक्ति होनी चाहिए, लेकिन वनकर्मियों के अभाव में ज्यादातर खाली पड़ी हैं।
सरिस्का की छह रेंजों की 102 बीटों पर वर्तमान में कुल 108 वनकर्मी तैनात हैं, इनमें करीब एक तिहाई महिला वनकर्मी भी शामिल हैं। वहीं सरिस्का में वनकर्मियों के पास आधुनिक हथियारों का अभाव है। नियमानुसार हर चौकी पर दो वनकर्मियों की नियुक्ति होनी चाहिए, लेकिन वनकर्मियों के अभाव में ज्यादातर खाली पड़ी हैं।
दो वर्ष पूर्व की थी गठन की घोषणा राज्य सरकार की ओर से दो वर्ष पूर्व बजट में सरिस्का टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स के गठन की घोषणा की गई थी, लेकिन वह अब तक अस्तित्व में नहीं आ सकी है। पिछले साल सरिस्का में पैंथरों के हमले के दौरान रणथंभौर से कुछ दिनों के लिए यह फोर्स बुलानी पड़ी थी। एसटीपीएफ की कमी का सीधा असर सरिस्का में शिकार की बढ़ती घटनाओं के रूप में पड़ा है।
सरिस्का में 14 बाघ व 100 से ज्यादा पैंथर
सरिस्का में वर्तमान में 14 बाघ व 100 से ज्यादा पैंथर हैं। वहीं अन्य वन्यजीवों की संख्या हजारों में है। इस कारण सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम जरूरी है, लेकिन सरिस्का में पर्याप्त संख्या में वनकर्मी ही नहीं है, जिससे उनकी सही तरह मॉनिटरिंग नहीं हो पा रही है।
सरिस्का में वर्तमान में 14 बाघ व 100 से ज्यादा पैंथर हैं। वहीं अन्य वन्यजीवों की संख्या हजारों में है। इस कारण सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम जरूरी है, लेकिन सरिस्का में पर्याप्त संख्या में वनकर्मी ही नहीं है, जिससे उनकी सही तरह मॉनिटरिंग नहीं हो पा रही है।
वनकर्मी बढ़ाने को भेजा पत्र
सरिस्का में वनकर्मियों की नफरी बढ़ाने के लिए सरकार को पत्र भेजा गया है। सरिस्का का क्षेत्र बड़ा है, एेसे में सुरक्षा के लिए वनकर्मियों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है।
सरिस्का में वनकर्मियों की नफरी बढ़ाने के लिए सरकार को पत्र भेजा गया है। सरिस्का का क्षेत्र बड़ा है, एेसे में सुरक्षा के लिए वनकर्मियों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है।
-डॉ. गोविंदसागर भारद्वाज, सीसीएफ, सरिस्का बाघ परियोजना।