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हम राह में जिन्दगी जीना सीख रहे

locationअलवरPublished: Nov 11, 2018 11:58:21 am

Submitted by:

Hiren Joshi

https://www.patrika.com/alwar-news/

enjyoyful life of alwarites change by humrah

हम राह में जिन्दगी जीना सीख रहे

अलवर. भागदौड़ व तनावमुक्त जीवन से बाहर आकर अलवरवासी अपने जीवन को इन दिनों नए अंदाज में जीना सीख रहे हैं। हर कोई सुबह जल्दी उठकर शहर के बीचों स्थित कम्पनी बाग में पहुंच रहे हैं। कम्पनी बाग में राजस्थान पत्रिका की ओर से की ओर से हमराह काय्र्रकम कार्यक्रम में खूब मस्ती व मनोरंजन हो रहा है।
सुबह साढ़े पांच बजे ही अलवरवासी कम्पनीबाग पहुंचना शुरू कर देते हैं। फिर जैसे-जैसे प्रतिभागी आते हैं अपनी परर्फोमेंस दिखाना शुरू कर देते हैं। अलवासी आते हैं जिसको जो अच्छा लगता है वह वहीं पर रुक जाता है। फिर तब तक आनन्द उठाता जब तक कार्यक्रम चलता है। एक से बढकऱ अनेक प्रस्तुतियों से पूरा गार्डन शहर के लोगों से भर जाता है। इस बार हम राह में शहर की कई उभरती हुई प्रतिभाएं अपनी प्रतिभाओं ने अपना परिचय दिया। इस बार भी यहां योग, सेल्फ डिफेंस सहित संगीत के अनेक कार्यक्रम हुए। हास्य क्लब के सदस्यों ने तो हर बार की तरह सबको हसां हंसा कर लोटपोट कर दिया। इसके अलावा गायन, एंकरिंग सहित कई अन्य तरीकों से हम राह के राही बन रहे हैं।
यहां के कुछ कार्यक्रम
साबिर क्लासेज का रॉक बैंड, अनुरित्ता झां के नेतृत्व में बालिकाओं का कथक नृत्य, योग बालक आर्ष मनु, नैंसी, कल्पिता, डिम्पल , देव व लिपि का, सुभाष नकड़ा का बांसुरी वादन, गौरव शर्मा व आचार्य गोपाल शास्त्री के वेदमंत्र व शंखनाद सहित कई कार्यक्रम होंगे। इसमें अरिहंत क्लासेज की ओर से परम्परागत खेल साइकिल का पहिया चलाना, साइकिल, पिटठू खिलाया गया। इस अवसर पर हैल्पिंग हैंड्स, स्वास्तिक, कम्पनी बाग विकास समिति, भारतीय योग संस्थान, लाफ्टर क्लब, रोटरी क्लब, कथक व डांस एकेडमी मुख्य हैं।हम राह में जिन्दगी जीना सीख रहे
अलवर. भागदौड़ व तनावमुक्त जीवन से बाहर आकर अलवरवासी अपने जीवन को इन दिनों नए अंदाज में जीना सीख रहे हैं। हर कोई सुबह जल्दी उठकर शहर के बीचों स्थित कम्पनी बाग में पहुंच रहे हैं। कम्पनी बाग में राजस्थान पत्रिका की ओर से की ओर से हमराह काय्र्रकम कार्यक्रम में खूब मस्ती व मनोरंजन हो रहा है।
सुबह साढ़े पांच बजे ही अलवरवासी कम्पनीबाग पहुंचना शुरू कर देते हैं। फिर जैसे-जैसे प्रतिभागी आते हैं अपनी परर्फोमेंस दिखाना शुरू कर देते हैं। अलवासी आते हैं जिसको जो अच्छा लगता है वह वहीं पर रुक जाता है। फिर तब तक आनन्द उठाता जब तक कार्यक्रम चलता है। एक से बढकऱ अनेक प्रस्तुतियों से पूरा गार्डन शहर के लोगों से भर जाता है। इस बार हम राह में शहर की कई उभरती हुई प्रतिभाएं अपनी प्रतिभाओं ने अपना परिचय दिया। इस बार भी यहां योग, सेल्फ डिफेंस सहित संगीत के अनेक कार्यक्रम हुए। हास्य क्लब के सदस्यों ने तो हर बार की तरह सबको हसां हंसा कर लोटपोट कर दिया। इसके अलावा गायन, एंकरिंग सहित कई अन्य तरीकों से हम राह के राही बन रहे हैं।
यहां के कुछ कार्यक्रम
साबिर क्लासेज का रॉक बैंड, अनुरित्ता झां के नेतृत्व में बालिकाओं का कथक नृत्य, योग बालक आर्ष मनु, नैंसी, कल्पिता, डिम्पल , देव व लिपि का, सुभाष नकड़ा का बांसुरी वादन, गौरव शर्मा व आचार्य गोपाल शास्त्री के वेदमंत्र व शंखनाद सहित कई कार्यक्रम होंगे। इसमें अरिहंत क्लासेज की ओर से परम्परागत खेल साइकिल का पहिया चलाना, साइकिल, पिटठू खिलाया गया। इस अवसर पर हैल्पिंग हैंड्स, स्वास्तिक, कम्पनी बाग विकास समिति, भारतीय योग संस्थान, लाफ्टर क्लब, रोटरी क्लब, कथक व डांस एकेडमी मुख्य हैं।

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