अलवर जिला, जिसकी सीमा हरियाणा ( Haryana ) राज्य से लगती है, इस वजह से यहां अपराधिक गतिविधियां लगातर चलती रहती है। इसके साथ ही जिले का मेवात इलाका अपराध का गढ़ बन चुका है, जहां पहले लूट व टटलू काटने जैसे अपराध होते थे, अब यहां हत्या, बलात्कार, गोतस्करी, ऑनलाइन ठगी जैसे मामले बढ़ गए हंै।
बेटियां सबसे ज्यादा असुरक्षित ( Crime In Alwar ) अलवर जिले में महिलाएं-बेटियां सुरक्षित नहीं है। अलवर दुष्कर्म ( Rape ) के मामलों मे प्रदेश में अव्वल है। राज्य में दरिन्दे यों ही बेखौफ नहीं हो गए, खुद पुलिस ही उन्हें प्रश्रय देती रही है। जयपुर से लेकर अलवर जिले तक पुलिस की ढिलाई-मनमानी ही दरिन्दों के हौसले बढ़ाती रही है।
अलवर जिले में इस साल अब तक तक बलात्कार के 100 से अधिक मामले सामने आए लेकिन पुलिस ने सिर्फ कुछ एक मामलों में कार्रवाई की। शेष मामले जांच के नाम पर लम्बित ही हैं।
थानागाजी गैंगरेप की घटना ने अलवर को देश-दुनिया में शर्मसार कर दिया है। अलवर के लिए यह घटना नई नहीं है। महिला अपराधों के मामले में अलवर हमेशा से सुर्खियों में रहा है। देश की राजधानी दिल्ली और राज्य की राजधानी जयपुर के ठीक मध्य में स्थित अलवर महिला अपराधों की राजधानी बन चुका है। इस बात का प्रमाण यह है कि बलात्कार की घटनाओं में अलवर राज्य में पहले स्थान पर है। ऐसा पहली बार नहीं है। बल्कि पिछले कुछ सालों से लगातार बलात्कार के मामलों में पहले नम्बर पर रहकर अलवर शर्मसार होता रहा है।
दो एसपी की लंबे समय से मांग अलवर जिले में लंबे समय से दो एसपी की मांग चली आ रही थी, जिसकी ( Cm Ashok Gehlot ) मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने थानागाजी गैंगरेप मामले के बाद घोषणा की थी। अलवर जिला काफी बड़ा है। यहां मेवात, मीणावाटी, राठ क्षेत्र और हरियाणा की सीमा से लगता हुआ भिवाड़ी है। ये सभी दूरी पर भी है। ऐसे में भिवाड़ी में एक पुलिस अधीक्षक लगाने की मांग लंबे समय से थी। इसकी वजह हरियाणा से होने वाली ( Cow Smuggling ) गोतस्करी, लूट-पाट आदि की घटनाएं हैं।