जिले में लंबे समय से थी दो एसपी की मांग अलवर जिले में अधिक अपराध होने के कारण जिले में लंबे समय से दो पुलिस अधीक्षक लगाने की मांग थी। अलवर जिला काफी बड़ा है। यहां मेवात, मीणावाटी, राठ क्षेत्र और हरियाणा की सीमा से लगता हुआ भिवाड़ी है। ये सभी दूरी पर भी है। ऐसे में भिवाड़ी में एक पुलिस अधीक्षक लगाने की मांग लंबे समय से थी। इसकी वजह हरियाणा से होने वाली गोतस्करी, लूट-पाट आदि की घटनाएं हैं। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा था कि अलवर में हर साल 18 हजार मामले दर्ज होते हैं। वहीं अन्य जिलों में 6 से 10 हजार मामले की दर्ज होते हैं। अलवर जिला क्रिटिकल है, ऐसे में यहां दो पुलिस अधीक्षक होने चाहिए।
नए जिले में कुल 743 पद होंगे नए जिले में तिजारा को नया वृत बनाने का प्रस्ताव भी है। इसके अलावा भिवाड़ी, किशनगढ़बास, नीमराना और बहरोड सर्किल को नए जिले में शामिल किया जाएगा। नए जिले में पुलिस अधीक्षक का एक, एएसपी के दो, उप अधीक्षक के पांच और पुलिस निरीक्षण के आद सहित कुल 743 पद निर्धारित किए गए हैं।
तिजारा में विश्व प्रसिद्ध जैन मंदिर होने के कारण भी नया वृत बनाने की मांग की गई है। शीघ्र सरकार को भेजेंगे अलवर में पुलिस का नया जिला बनाने के प्रस्ताव को अंतिम रूप दिया जा रहा है, जिसे शीघ्र ही राज्य सरकार के पास भजेंगे। कपिल गर्ग, पुलिस महानिदेशक, राजस्थान