हालांकि इस मामले में पूरी तरह से ठगी करने वालों को कतई तकलीफ नहीं हुई। ठग ने खुद को प्रकाश चंद माथुर का रिलेटिव बताकर कहा कि आपके खाते में 20 हजार रुपए डाल रहा हूं। मुझे आपका एटीएम नम्बर, सीवीवी नम्बर बता दें। इसके बाद ठगी करने वाले ने नौ बार ओटीपी पूछा। नौ बार ही बता दिया गया। जिससे आसानी से खाते से पेटीएम के जरिए पैसा ट्रांसफर कर लिया गया। करीब छह बजकर 23 से 6:52 बजे तक खाते से पैसा ट्रांसफर किया।
मांगे बैंक स्टेटमेंट दिन में पुलिस अधीक्षक कहते रहे कि ऑनलाइन ठगी के मामले में तुरंत कार्रवाई की जाती है लेकिन, गुरुवार शाम को हुई ठगी की शिकायत करने जब परिवादी कोतवाली पहुंचा तो वहां उनसे बैंक का स्टेटमेंट मांगा गया। इसके आगे कुछ नहीं किया। इसके बाद व्यक्ति खुद अपने स्तर पर यह जानकारी करता रहा कि आखिर पैसा कैसे वापस आ सकता है। जिस खाते में पैसा गया है उसे कैसे ब्लॉक कराया जाए। लेकिन इस बीच काफी समय खप चुका था। एक बार बैंक खाते से पैसा दूसरे खाते में चले जाने पर वापस आने के अवसर नहीं के बराबर हैं।