अलवर जिले में 14 पंचायत समितियां हैं, जबकि 512 ग्राम पंचायतें हैं। इनमें कई पंचायतें ऐसी हैं जिनकी आबादी 6500 से ज्यादा है। इस कारण ज्यादातर पंचायत समितियों में नई पंचायतों के पुनर्गठन की संभावना है। हालांकि पंचायतों के पुनर्गठन के प्रस्ताव भिजवाने की अंतिम तारीख 14 जुलाई निर्धारित है, लेकिन जिले में पंचायतों की संख्या 512 के पार जाना तय है।
कहां कितनी पंचायत बढऩे के आसार
पंचायत पुनर्गठन के नियमों में सरकार ने इस बार जनसंख्या में कमी की है। यदि पंचायतों का नए सिरे से गठन के दौरान न्यूनतम जनसंख्या 4500 को आधार माना गया तो जिले की सभी पंचायत समितियों में नई पंचायतों का गठन होना तय है, लेकिन यदि जनसंख्या के अधिकतम आंकड़े को आधार मानकर पंचायतों का पुनर्गठन किया गया तो कुछ पंचायत समितियों में ही नए पंचायतों का गठन होने की उम्मीद है। यदि पंचायत पुनर्गठन में निर्धारित जनसंख्या के मध्य मार्ग को अपनाया गया तो आधी से ज्यादा पंचायत समितियों में नई पंचायत बनने के आसार हैं। एक सप्ताह का बचा समय
पंचायतों के पुनर्गठन के प्रस्ताव तैयार करने के लिए करीब एक सप्ताह का समय बचा है। यही कारण है कि प्रशासन ने सभी उपखंड अधिकारियों को समीप के उपखंड के एसडीओ के समूह बनाकर तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए हैं। अब जिला कलक्टर ने इस कार्य के लिए अलग से प्रकोष्ठ का गठन कर अतिरिक्त जिला कलक्टर द्वितीय भगवतसिंह देवल को प्रभारी नियुक्त किया है।