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अलवर सरस डेयरी की आमसभा में लिया ऐसा फैसला, भरतपुर के किसानों को आ गया गुस्सा, छावनी में बदल गई डेयरी

locationअलवरPublished: Oct 05, 2018 05:15:18 pm

Submitted by:

Hiren Joshi

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Alwar Saras Dairy 33rd Common Meeting

अलवर सरस डेयरी की आमसभा में लिया ऐसा फैसला, भरतपुर के किसानों को आ गया गुस्सा, छावनी में बदल गई डेयरी

अलवर सरस डेयरी की 33 वीं वार्षिक आमसभा में भरतपुर जिले के पशुपालकों से दूध नहीं लेने का फैसला लिया गया है। तो वहीं इससे नगर व आसपास एरिया के पशुपालक गुस्से में है। उन्होंने आम सभा नहीं होने तक की धमकी तक दी थी। इसलिए आम सभा के दौरान सरस डेयरी परिसर व गेट पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात नजर आया। सभी को सघन जांच के बाद पशुपालकों को प्रवेश दिया गया। ऐसे में आम सभा में भी कम लोग पहुचे।
अलवर सरस डेयरी की आमसभा में ऑडिटेड वर्षीय लेखक का अवलोकन, ऑडिट आक्षेप पूर्ति एवं अनुमोदन के लिए सदन के सामने प्रस्तुत किया गया। संघ की भौतिक प्रगति पर विचार रखे गए। वित्तीय वर्ष में अध्यक्ष एवं संचालन मंडल के खर्चों की स्वीकृति अनुमोदन पर विचार किया गया। संघ के वर्ष 2018 19 के बजट का अनुमोदन किया गया। इसके अलावा आय व वितरण के अनुमोदन पर विचार किया गया।
सरस डेयरी के चेयरमैन बनाराम मीणा ने बताया कि भामाशाह पशु बीमा योजना में अलवर प्रदेश में सबसे आगे है। जिले में 13011 दुधारू पशुओं का बीमा किया गया है। अलवर डेयरी से जिले के अलावा एनसीआर क्षेत्र के बावल, नारनोल, गुडग़ांव धारूहेड़ा व दिल्ली कैंट एरिया में सेना को दूध सप्लाई किया जाता है। इसके अलावा अभी कुछ दिन पहले अलवर सरस डेयरी ने सुप्रीम कोर्ट परिसर में एक काउंटर खोला है।
मीणा ने बताया कि अलवर डेयरी लगातार फायदे में चल रही है। किसानों को व पशुपालकों को सभी तरह की सुविधाएं दी जा रही हैं। जिले में दूध समितियों के लिए 57 जगहों पर भवन का निर्माण होना है। उसके लिए दो करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। सभी समितियों को जगह का पट्टा व प्रस्ताव बनाकर भेजने के लिए आदेश दिए हैं। इसके अलावा प्रत्येक समिति पर बीएमसी कूलर व्यवस्था रहेगी। जिससे दूध खराब नहीं हो सके। जिले में 1147 सरकारी दूध समिति रजिस्टर्ड है। इनमें 70 जगहों पर बीएमसी कूलर लग चुके हैं। 50 में लगने की प्रक्रिया चल रही है। जबकि 40 में पहले से लगे हुए हैं।
आम सभा में सर्वसम्मति से भरतपुर व नगर एरिया की समितियों से दूध नहीं लेने का फैसला लिया गया है। भरतपुर जिले की 105 समिति रजिस्टर्ड है। जिनका दूध अब तक अलवर डेयरी में आता था।
आम सभा में चेयरमैन व डेयरी संचालक मंडल के सभी सदस्य मौजूद रहे। समिति के पदाधिकारियों की तरफ से जो मुद्दे उठाए गए थे। उनका तुरंत समाधान करते हुए डेयरी के प्रबंध संचालक ओपी महेश्वरी को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए। कुछ समितियों की तरफ से समय पर पैसा नहीं मिलने, डेयरी प्रशासन की तरफ से बैन लगाने, कुछ खर्चे बढ़ाने सहित जरूरी मुद्दे भी रखे गए। उनका भी तुरंत 3 दिनों में समाधान करने का फैसला लिया गया।

आम सभा में 2017 में रखे गए प्रस्ताव जैसे जिन समितियों के पास भवन नहीं है उनके लिए नरेगा योजना के तहत भवनों के निर्माण की व्यवस्था कराने, पशु चिकित्सा मोबाइल सेवा प्रारंभ कराने, पशुओं का टीकाकरण करवाने, हरा चारा बीमा का वितरण समितियों को समय पर किए जाने समिति का दूध कमीशन बढ़ाए जाने को पूरा किया गया है।
कड़ी सुरक्षा के बीच हुई आम सभा

नगर व भरतपुर क्षेत्र के पशुपालकों द्वारा आम सभा नहीं होने की धमकी देने पर सरस डेयरी के प्रबंध संचालक ओपी महेश्वरी ने पुलिस बल बुलाया था। ऐसे में पूरा सरस डेयरी परिसर छावनी में तब्दील होता नजर आया। दस्तावेज चेक करके सभी को अंदर प्रवेश दिया गया। इसलिए आम सभा में भी पहुंचने वाले लोगों की संख्या कम रही।
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