खाद्य विभाग की ओर से जिले के अंत्योदय योजना के लाभार्थी परिवारों के लिए अप्रेल-2019 से मार्च-2020 तक का राशन की चीनी का ऑनलाइन आवंटन एडवांस किया हुआ है। इस सम्बन्ध में सभी राशन डीलरों के पास मैसेज भी आ चुके हैं, लेकिन जिला रसद विभाग की ओर से निगम वेयर हाउस से चीनी के आवंटन का उठाव ही नहीं किया जा रहा है। जिसके कारण राशन डीलरों के पास अंत्योदय योजना की चीनी नहीं पहुंच पा रही है। जिसके कारण पात्र उपभोक्ताओं को चीनी नहीं मिल पा रही है।
9 माह से आवंटन हो रहा निरस्त अलवर जिले में अंत्योदय योजना के पात्र 22140 राशनकार्ड धारक परिवार हैं। इनमें से 1412 अलवर शहर में हैं। प्रत्येक कार्ड पर प्रति माह 24.50 रुपए किलो की दर से एक किलो चीनी मिलती है। इन परिवारों को पिछले करीब 9 माह से राशन की चीनी नहीं मिली है। विभाग की ओर से हर माह चीनी का आवंटन निरस्त कर दिया जाता है। वित्तीय वर्ष 2019-20 के भी ढाई माह बीत चुके हैं, लेकिन चीनी नहीं मिली है।
केरोसिन में भी घालमेल अलवर जिले में बिना गैस कनेक्शनधारी राशन कार्ड उपभोक्ताओं को केरोसिन वितरण में भी रसद विभाग की ओर से घालमेल किया जा रहा है। पिछले करीब 9 माह से पात्र उपभोक्ताओं को केरोसिन का वितरण भी नहीं हो पाया है। सूत्रों के अनुसार खाद्य विभाग रेकॉर्ड में जिले में करीब 15 लाख लीटर केरोसिन का स्टॉक पड़ा है। जबकि ज्यादातर राशन डीलरों के पास पिछले कई माह से केरोसिन का स्टॉक ही नहीं है। ऐसे में रसद विभाग के अधिकारी घालमेल को दबाने के चक्कर में हर माह केरोसिन का आवंटन सरेंडर कर रहे हैं।
चीनी का उठाव कर रहे हैं खाद्य विभाग की ओर से जिले में एक साल का चीनी आवंटन किया है। जिसका उठाव कर रहे हैं। जल्द ही उपभोक्ताओं को चीनी दी जाएगी। वहीं, केरोसिन की डिमांड नहीं आने के कारण स्टॉक को सरेंडर किया जा रहा है। जिन राशन डीलरों के पास केरोसिन का स्टॉक पड़ा है उसकी जांच कराई जा
रही है।
अमृतलाल, जिला रसद अधिकारी, अलवर।