scriptअलवर नगर परिषद का बड़ा घपला, 1 लाख 15 हजार में बेच रहे थे 20 लाख का कबाड़! पत्रिका पहुंचा तो ठेका किया निरस्त | Alwar Nagar Parishad Scrap Scam Patrika Sting | Patrika News

अलवर नगर परिषद का बड़ा घपला, 1 लाख 15 हजार में बेच रहे थे 20 लाख का कबाड़! पत्रिका पहुंचा तो ठेका किया निरस्त

locationअलवरPublished: Sep 05, 2019 11:05:22 am

Submitted by:

Dharmendra Yadav

Alwar Nagar Parishad Scam : अलवर नगर परिषद ने लाखों का कबाड़ सिर्फ 1 लाख 15 हजार रुपए में बेच दिया। पत्रिका टीम पहुचंी तो ठेका निरस्त करना पड़ा।

Alwar Nagar Parishad Scrap Scam Patrika Sting

अलवर नगर परिषद लाखों का यह कबाड़ मात्र 1 लाख 15 हजार में बेच रही थी, कबाड़ में इस ढ़ेर जैसे 3 और ढ़ेर शामिल हैं।

अलवर. कबाड़ के नाम पर 70 क्विंटल से अधिक वजन वाले लोहे ठोस गर्डर नमक के भाव तौलने का नगर परिषद अधिकारियों का सपना बुधवार को धूल-धूसरित हो गया। परिषद ने सालों पुराना करीब 700 क्विंटल कबाड़ केवल 1 लाख 15 हजार रुपए में बेच दिया था। जबकि इसमें 70 से 80 पुराने लोहे के गर्डर शामिल थे। घपले पर पर्दा डालने के लिए परिषद के अधिकारियों ने बाकायदा कबाडिय़ों को बुलाकर बोली भी लगवाई थी, लेकिन ऐन मौके पर पत्रिका टीम पहुंच जाने से अधिकारियों को कबाड़ी का ठेका निरस्त करना पड़ा।
ऐसे किया खेल

नगर परिषद के अधिकारियों ने बोली से पहले कुछ कबाडिय़ों को कबाड़ दिखाया। अधिकतर को बताया कि केवल वहीं कबाड़ दिया जाएगा जो काम नहीं आ रहा। पुराने वाहन, लोहे के गर्डर, रेहड़ी कबाड़ में शामिल नहीं है। बाद में जिसके नाम बोली छूटी उसे पूरा कबाड़ ले जाने का इशारा कर दिया। उसने आते ही लोहे के गर्डर ट्रक में रख लिए। इस बीच पत्रिका टीम मौके पर पहुंच गई। टीम ने वहां मौजूद कर्मचारी से पूछा तो जवाब मिला कि कबाड़ में शामिल है। थोड़ी देर में लेखाधिकारी भी वहां आ गए। उन्होंने भी गर्डरों को कबाड़ में शामिल बताया।
आयुक्त आते ही बोले- स्टोर कीपर को निलम्बित करो

पत्रिका टीम पहुंचने की जानकारी मिलते ही परिषद आयुक्त फतेहसिंह मीणा भी मौके पर आ गए और स्टोर कीपर से पूछा कि गर्डर ट्रक में कैसे लदवा दिए! उन्होंने स्टोर कीपर को निलम्बित करने का आदेश दिया और रवाना हो गए। देर शाम टेलीफोन पर पत्रिका को बताया कि गलती स्टोर कीपर की नहीं ठेकेदार की है। यहां यह उल्लेखनीय है कि परिषद अधिकारियों ने जानबूझकर पक्के लोहे के इस कबाड़ की न्यूनतम बोली 50 हजार रुपए रखी।
ये है असलियत

परिषद का कबाड़ उस सूचना केन्द्र में घास-फूस के नीचे दबा कर रखा गया है जिसमें नगरपरिषद आयुक्त का आवास भी है। जानकारों का कहना है कि ये हो नहीं सकता कि आयुक्त को घास-फूस में दबे लोहे के ठोस गर्डरों की जानकारी नहीं हो। ये ठेका निरस्त होने के बाद भी परिषद का ठोस लोहे वाला बहुत सारा कबाड़ घास-फूस के नीचे दबा हुआ है। जिस पर कम दाम में बिक्री के बादल अभी भी मंडरा रहे हैं।
Alwar Nagar Parishad Scrap Scam Patrika Sting
पार्षद व कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे

कबाड़ बेचने के मामले की सूचना भाजपा युवा मोर्चा को लगी तो उसके कार्यकर्ता सूचना केन्द्र पहुंच गए। अध्यक्ष पं. जले सिंह ने कहा कि गड़बड़ी करने वाले आयुक्त को नहीं हटाया गया तो विरोध करेंगे। पार्षद राजेश तिवाड़ी का आरोप था कि आयुक्त से मिलीभगत के बिना यह घपला सम्भव ही नहीं था।
मेरी जानकारी में नहीं

मेरी जानकारी में नहीं हैं कि लोहे के गर्डर बेचे हैं। ऐसा नहीं हो सकता। मैं आयुक्त से बात करता हूं।
अशोक खन्ना, सभापति, नगर परिषद अलवर

दोषियों पर कार्रवाई
चाहे कर्मचारी दोषी हो या नगर परिषद के उच्च अधिकारी। कार्रवाई जरूर होगी। ठेके की आड़ में परिषद की सम्पत्तियों की कम दाम में बिक्री नहीं होने दी जाएगी। इसके लिए पूरे प्रयास किए जाएंगे।
नरेन्द्र मीणा, नेता प्रतिपक्ष, नगर परिषद अलवर
गर्डर कबाड़ में नहीं

गर्डर कबाड़ में नहीं है। सूचना मिलने पर मौके पर गया था। कार्रवाई के निर्देश देकर ठेका निरस्त कर दिया है। समिति के स्तर पर बोली लगवाई गई थी।
फतेह ङ्क्षसह मीणा, आयुक्त, नगर परिषद
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो