पुलिस मामले में सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं को बेवजह मुलजिम बनाने पर तुली हुई है। उनका आरोप था कि रामगढ़ व इसके आस-पास के क्षेत्र में कुछ लोग अराजकता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। यहां गोतस्करी व लव जिहाद की घटनाएं बड़ा रूप लेती जा रही हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि रकबर प्रकरण में गिरफ्तार सामाजिक कार्यकर्ताओं के 48 घंटों में नहीं छोड़ा गया तो पूरे राजस्थान के जिला मुख्यालयों पर प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा। रैली में गिरधारी मिश्रा, रामदयाल, नाहरसिंह, श्याम पांचाल, सुभाष अग्रवाल, सौरभ कालरा, दिलीप मोदी, मनोज सोनी सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।
हिन्दू शक्ति वाहिनी ने भी ललावंडी प्रकरण में गृहमंत्री को ज्ञापन भेजकर आरबी एक्ट में संशोधन की मांग की। ज्ञापन देने वालों में संगठन के प्रेम गुप्ता व राजन गुप्ता सहित अन्य लोग शामिल थे। अन्तरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद ने भी जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपकर पुलिस की मदद करने वालों को ही आरोपित बनाए जाने की निंदा करते हुए उन्हें तत्काल रिहा किए जाने की भी मांग की। उधर, मुस्लिम महासभा राजस्थान ने जिला कलक्टर को ज्ञापन देकर रकबर की हत्या के आरोपितों को फांसी की सजा दिलाने की मांग की। जिलाध्यक्ष आमीन खां ने बताया कि रकबर की हत्या असमाजिक तत्वों की पिटाई से हुई है। पुलिस की चूक उसे समय पर अस्पताल में भर्ती नहीं कराना रही। उन्होंने पीडि़त परिवार के सदस्य को नौकरी की भी मांग की।