कांग्रेस भी अंदरखाने लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी है। कांग्रेस की पिछले दिनों फूलबाग में हुई बैठक में जिला पदाधिकारी व जनप्रतिनिधि और पूर्व जनप्रतिनिधियों से चर्चा कर संभावित प्रत्याशी का सिंगल नाम का पैनल प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भेजा जा चुका है। वहीं अलवर की प्रभारी मंत्री ममता भूपेश ने भी कांग्रेसियों की बैठक ली। उन्होंने भी लोकसभा चुनाव से पूर्व कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया।
भाजपा आलाकमान के लिए अलवर सीट महत्वपूर्ण अलवर लोकसभा सीट भाजपा के लिए खास है, यही कारण है कि पार्टी आलाकमान अलवर की सीट को गंभीरता से ले रहा है। इसका कारण है कि प्रदेश की राजनीतिक बयार अलवर से शुरू होती है। तभी तो खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2013 व 2018 में विधानसभा चुनाव के चुनाव प्रचार का आगाज अलवर से किया। वहीं लोकसभा चुनाव 2014 में अलवर की लोकसभा सीट भाजपा की झोली में गई तथा प्रदेश में सभी 25 सीटों पर वह काबिज होने में कामयाब रही। पूर्व अनुभव को देखते हुए ही भाजपा इस बार भी अलवर सीट को लेकर गंभीर है, तभी तो यहां पार्टी की हकीकत जानने के लिए केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर व सुधांशु त्रिवेदी को भेजने का निर्णय किया है।