इधर मित्तल के अपहर्ताओं से छूटने के दूसरे दिन मंगलवार को भी उनके घर पर सैकड़ों लोग मिलने पहुंचे। मित्तल ने अपने घर पर गनमैन व एक अतिरिक्त गार्ड और लगा दिया है। जल्दी ही सीसीटीवी कैमेर लगाए जाएंगे।
मोबाइल अभी पुलिस के पास अपहरण करने के बाद मुकेश मित्तल, उनकी पत्नी सहित परिवार के तीन जनों के मोबाइल भी साथ ले गए थे। मोबाइल रास्ते में फेंक दिए गए। जो अभी पुलिस के पास हैं।
बेटे के फोन ने बचाया अपहरण के दौरान मुकेश मित्तल के भाई राजेश मित्तल का बेटा भी घर में था। जिस पर बदमाशों की नजर नहीं पड़ी। वह बदमाशों को देखकर पहले ही कमरे में घुस गया। अन्दर से कुंदी लगा ली। इसके बाद उसने खुद के पापा राजेश मित्तल को फोन किया। तब तक आठ से दस मिनट ही हुए थे। फिर पुलिस को सूचना देने के बाद नाकाबंदी हो गई। जिसके डर के कारण अपहर्ताओं ने मित्तल को शहर से बाहर ले जाने की बजाय भूपेन्द्र के घर लेकर चले गए।
पुलिस गश्त की बढ़ी शहर के वीआईपी इलाके से रात 10 बजे बड़े व्यवसायी मुकेश मित्तल के अपहरण के बाद से ही पुलिस चौकस हो गई है। पुलिस ने मोती डूंगरी व शहर के अन्य क्षेत्रों में गश्त बढ़ा दी है। इसके साथ ही अब शहर की सीमा पर रात को पुलिस तैनात की जा रही है।