कार्रवाई की संख्या बढ़ी, समस्या की जस की तस खनिज विभाग की ओर से वर्ष 2018-19 में अवैध खनन के खिलाफ 182 कार्रवाई की। वहीं अवैध खनन व सामग्री परिवहन करने वाले 6 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। वहीं बीते साल वर्ष 2017-18 में अवैध खनन के खिलाफ 158 कार्रवाई की गई। यानि इस साल अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई की संख्या में वृद्धि हुई।
बीते साल की तुलना में बढ़ा अवैध खनन अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई में वृद्धि के बावजूद आंकड़े इस साल अवैध खनन बढऩे की कहानी कह रहे हैं। आंकड़ों के अनुसार खनिज विभाग ने वर्ष 2017-18 में अवैध खनन के विरुद्ध 48 लाख रुपए की पेनल्टी वसूली, वहीं वर्ष 2018-19 में अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई में वसूली 95 लाख रुपए तक पहुंच गई। यानि इस साल ज्यादा पेनल्टी वसूली गई। पेनल्टी वसूली में वृद्धि से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस साल अवैध खनन हुआ, जिसकी सामग्री पत्थर व बजरी आदि अवैध तरीके से बिकने बाजार में आई और कार्रवाई के दौरान पकड़ी जाने पर उनसे पेनल्टी वसूल की गई।
सरकार की आय भी बढ़ी खनिज विभाग की ओर से वर्ष 2018-19 में करीब 65 करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित किया गया, वहीं बीते साल विभाग की ओर से 45 करोड़ का राजस्व जुटाया गया। यानि खनिज विभाग ने सरकार का खजाना भरने में बीते साल से इस साल भूमिका निभाई।
जिले में हैं 338 स्वीकृत खान अलवर जिले में 338 स्वीकृत खनिज पट्टे हैं। इनमें करीब 142 खान मार्बल की है, वहीं एक खान सिलिका की है। इसके विपरीत जिले में 274 अवैध खनन स्थल एफएसआई सर्वे में चिह्नित किए गए हैं। यानि जिले में खान विभाग की ओर से जितने स्वीकृत खनन पट्टे हैं करीब उतना ही अवैध खनन है।
अवैध खनन के खिलाफ करते हैं कार्रवाई अवैध खनन के खिलाफ विभाग की ओर से कार्रवाई की जाती है। इस साल भी अवैध खनन के खिलाफ 182 कार्रवाई की गई। आरएन मंगल
खनि अभियंता अलवर