scriptचुनाव की आचार संहिता खत्म, अब दौड़ेगा विकास | alwar election news | Patrika News

चुनाव की आचार संहिता खत्म, अब दौड़ेगा विकास

locationअलवरPublished: May 26, 2019 11:10:45 pm

Submitted by:

Prem Pathak

अलवर. लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही रविवार से जिले में आदर्श आचार संहिता की बंदिश समाप्त हो गई है। अब गांवों में अधिकारियों की रात्रि चौपाल के आयोजन के साथ ही धरातल पर विकास की योजनाओं को अमलीजामा पहनाया जा सकेगा।

alwar election news

चुनाव की आचार संहिता खत्म, अब दौड़ेगा विकास

अलवर. लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही रविवार से जिले में आदर्श आचार संहिता की बंदिश समाप्त हो गई है। अब गांवों में अधिकारियों की रात्रि चौपाल के आयोजन के साथ ही धरातल पर विकास की योजनाओं को अमलीजामा पहनाया जा सकेगा।
जिले में छह महीने से चुनाव दर चुनाव होने के कारण ज्यादातर समय आचार संहिता लागू रही। इस कारण विकास की नई योजनाओं की शुरुआत, नए प्रोजेक्ट्स की स्वीकृति पर ब्रेक लग गया। जरूरतमंदों को न्याय दिलाने के लिए जिला कलक्टर एवं अन्य आला अधिकारियों की गांवों में लगने वाली रात्रि चौपाल, उपखंड से लेकर जिला स्तर पर होने वाली जनसुनवाई आदि पर आचार संहिता की धुंध छा गई थी। पहले विधानसभा और अब लोकसभा चुनाव के चलते जिले में गत वर्ष अक्टूबर के बाद ही से विकास कार्यों की रफ्तार थम गई थी। हालांकि विधानसभा चुनाव के बाद जिले में कुछ दिनों के लिए आचार संहिता हटी भी, लेकिन फिर लोकसभा चुनाव की तैयारी के चलते प्रशासन का ध्यान विकास पर कम और चुनावी तैयारियों पर ज्यादा रहा।
लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया खत्म होने के साथ ही आचार संहिता रविवार से समाप्त हो गई है। फिलहाल करीब छह माह तक जिले में किसी अन्य चुनाव की संभावना कम है। अलवर नगर परिषद के चुनाव में करीब छह महीने का समय शेष है। इस कारण अब विकास के कार्यों में आचार संहिता या अन्य किसी प्रकार की बाधा नहीं रहेगी।
विधानसभा चुनाव से पूर्व जिले में विकास के कई प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई। इनमें पुराना दिल्ली रोड के चौडाईकरण, खैरथल बाइपास निर्माण सहित रोड निर्माण के अन्य प्रोजेक्ट, मिनी सचिवालय, पेयजल की ईस्टर्न कैनाल योजना, मेडिकल कॉलेज की स्थापना आदि कार्यों की गति थम सी गई। आचार संहिता के चलते निविदा प्रक्रिया को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका तो कुछ में बजट आवंटन की समस्या भी रही। वहीं कुछ प्रस्तावों को मंजूरी का इंतजार रहा।
गांव व गरीब तक न्याय पहुंच सकेगा
लोकसभा चुनाव प्रक्रिया पूरी होने और आचार संहिता हटने का सबसे ज्यादा लाभ गांवों के लोगों को मिल सकेगा। अब पूर्व की तरह महीने में जिला कलक्टर व अन्य अधिकारियों की रात्रि चौपालों का आयोजन हो सकेगा। ग्रामीण इन चौपालों में सभी तरह की समस्याओं से आला अधिकारियों को अवगत करा सकेंगे। जिससे ग्रामीणों को न्याय के लिए जिला मुख्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। आला अधिकारियों की जन सुनवाई का दौर भी फिर से शुरू हो सकेगा।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो