गोयल ने सुबह साढ़े नौ बजे से दोपहर करीब सवा बारह बजे तक शहर को देखा। पॉश कॉलोनियों गंदगी, बदबू, कीचड़, टूटी सडक़ों को लेकर जनता के गुस्से का भी उनको सामना करना पड़ा। इस अवसर पर नगर विकास न्यास के सचिव कानाराम, अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर अरविन्द कुमार सेंगवा, नगर परिषद के आयुक्त रामकिशोर मीना सहित सम्बंधित अधिकारी उपस्थित थे। बाद में उन्होंने सर्किट हाउस में अधिकारियों की बैठक भी ली।
स्कीम एक में आते ही कुछ लोगों ने एसीएस को साफ शब्दों में कहा कि कभी यह कॉलोनी पूरे प्रदेश में जानी जाती थी। आज यहां ठहरना मुश्किल हो गया है। सीवर का पानी घरों में आ रहा है। सीवरेज कनेक्शन उटपटांग कर दिए। कोई सुनता नहीं है। पानी की लाइन डालने वालों ने दादागिरी मचा रखी है। कनेक्शन करने के नाम के पैसे मांगते हैं। यहां की शिकायत पर एसीएस ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि दो दिन में समस्या का समाधान किया जाए।
मालवीय नगर में सामुदायिक भवन के सामने बदबू मार रही गदंगी को देख बोले कि ऐसा लगर रहा नरक में रह रहो हों। नगर परिषद आयुक्त रामकिशोर मीणा से बोले के ऐसा नहीं है कि आज मैं आ गया तो कचरा हट जाए। नियमित रूप से कचरा हटाने की व्यवस्था करें। जीडी कॉलेज से अल्कापुरी जाने वाले रोड पर नाले में कचरा व दो पार्क देखकर बोले कि ये क्या है। घास व झाडिय़ां खड़ी हैं।
स्कीम एक में आते ही कुछ लोगों ने एसीएस को साफ शब्दों में कहा कि कभी यह कॉलोनी पूरे प्रदेश में जानी जाती थी। आज यहां ठहरना मुश्किल हो गया है। सीवर का पानी घरों में आ रहा है। सीवरेज कनेक्शन उटपटांग कर दिए। कोई सुनता नहीं है। पानी की लाइन डालने वालों ने दादागिरी मचा रखी है। कनेक्शन करने के नाम के पैसे मांगते हैं। यहां की शिकायत पर एसीएस ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि दो दिन में समस्या का समाधान किया जाए।
मालवीय नगर में सामुदायिक भवन के सामने बदबू मार रही गदंगी को देख बोले कि ऐसा लगर रहा नरक में रह रहो हों। नगर परिषद आयुक्त रामकिशोर मीणा से बोले के ऐसा नहीं है कि आज मैं आ गया तो कचरा हट जाए। नियमित रूप से कचरा हटाने की व्यवस्था करें। जीडी कॉलेज से अल्कापुरी जाने वाले रोड पर नाले में कचरा व दो पार्क देखकर बोले कि ये क्या है। घास व झाडिय़ां खड़ी हैं।
ईटाराणा सडक़ पर निर्देश ईटाराणा रोड के हालात को लेकर उद्यमी बाबू झालानी ने शिकायत की। इस पर एसीएस ने कहा कि कलक्टर से समाधान कराएं। इंटरलॉकिंग टाइल्स क्यों सडक़ों पर पानी नहीं रुकना चाहिए। जगह-जगह इंटरलॉकिंग टाइल्स लगे होने पर कहा कि ऐसा क्यों है। जिसका अधिकारियों के पास कोई जवाब नहीं था। उन्होंने कहा कि पानी नालियों से निकल सके इसकी व्यवस्था करें।