जिला निर्वाचन अधिकारी को प्रस्तुत शिकायत पत्र में आरटीआई कार्यकर्ता पाठक ने आरोप लगाया कि जितेन्द्र सिंह ने अपने नामांकन के साथ दिए गए विवरण में करीब 400 बीघा सरकारी भूमि पर निरंतर अतिक्रमणी होने एवं राजकीय भूमि को षडय़ंत्रपूर्वक हड़पने के मामलों के तथ्य जानबूझकर छिपाया है।
वहीं सिंह ने कुशालगढ़ की 8 बीघा भूमि मय फार्म हाउस अपनी पत्नी अम्बिका सिंह के नाम दर्शाई है, जबकि वर्ष 2003 विधानसभा चुनाव के दौरान नामांकन पत्र में इस सम्पत्ति का स्वामी स्वयं को बताया था। यह जमीन उनकी पत्नी के नाम कैसे आई, इस तथ्य को भी छिपाया गया है। इसके अलावा अलवर नम्बर दो में करीब 195 बीघा भूमि पर जितेन्द्र सिंह की ओर से करीब 35 करोड़ की स्टाम्प डयूटी चोरी के तथ्य भी छिपाए गए हैं। शिकायत पत्र में सिंह पर केन्द्रीय मंत्री रहते ग्राम कडूकी अलवर में कब्रिस्तान की करीब 89 बीघा जमीन की अधिकारियों पर दवाब बनाकर अपने पक्ष में डिक्री आदेश जारी कराने के तथ्यों को भी छिपाया गया है।