किशनगढ़बास रेन्जर सीताराम मीना ने बताया कि अलवर डीएफओ राजेंद्र हुड्डा के निर्देशन में किशनगढ़बास क्षेत्र में अवैध खनन के खिलाफ टीम की ओर से लगातार ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है। इसी को लेकर गुरुवार की रात किशनगढ़बास वन क्षेत्र के गांव इस्माईलपुर और बाझोट के पहाड़ में टीम ने दबिश दी। जहां अवैध खनन करते हुए जेसीबी मिली। वन विभाग की टीम को देखकर जेसीबी चालक भागने लगा वन विभाग की टीम और आरएसी के जवानों ने उसका पीछा किया।
इस पर जेसीबी को छोड़कर फरार हो गया। इसके बाद वन विभाग की टीम जेसीबी को लेकर वन विभाग किशनगढ़बास के लिए आने लगी तो ग्रामीणों ने टीम की घेर लिया और जेसीबी ले जाने का विरोध किया। ग्रामीणों से घिरा हुआ देखकर वन विभाग की टीम ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर किशनगढ़बास डीएसपी सुरेश कुड़ी के नेतृत्व में खैरथल थाना पुलिस और किशनगढ़बास थाने की पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई।
पुलिस टीम ने और आरएसी के जवानों ने भीड़ को इधर- उधर किया। वन विभाग की टीम अवैध खनन में लिप्त एक जेसीबी को लेकर आई। टीम ने रावका बिदरका गांव से एक पत्थरों से भरे एक ट्रैक्टर ट्रॉली को जब्त किया था। वही 26 फरवरी को भी एक ट्रेक्टर ट्रॉली को जप्त किया था।
कार्रवाई के दौरान खनन माफिया मौके से फरार हो गया। अवैध खनन के खिलाफ हुई कार्रवाई से खनन माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है। कार्रवाई में किशनगढ़बास रेन्जर सीताराम मीना, फोरेस्टर बिल्लूराम गुर्जर, खैरथल वनपाल सुबेराम यादव, सहायक वनपाल डालचंद, गार्ड बाबूलाल यादव सहित आरएसी की टीम मौजूद रही।