अलवर शहर में ही 32 स्कूलों को मर्ज किया गया था, जिनमें से करीब 15 फिर से खुल सकते हैं। अलवर जिले में 500 से अधिक स्कूलों को अन्य स्कूलों में मर्ज किया गया था। अलवर शहर में दोबारा से खुलने वाले स्कूलों में बलजी राठौड़ की गली, कोठी दशहरा, फैमली लाइन, प्रताप बास, मन्नी का बड, हजूरी गेट, रेलवे स्टेशन, सोनावा, नयाबास, थाना हाउस, देवीजी की गली, चेमली बाग, अखैपुरा आदि शामिल हैं। जिन स्कूलों को मर्ज किया गया यदि वे अधिक दूर हैं तो उनके फिर से खुलने की संभावना है। जिन स्कूलों में नामांकन पहले कम नहीं था, वे भी फिर से खुल सकते हैं। राज्य में सरकार बदलते ही शिक्षा मंत्री ने पूर्व सरकार के निर्णय को बदलने और मर्ज स्कूलों को फिर से खोलने की घोषणा की थी।
अगले सप्ताह भेजे जाएंगे प्रस्ताव अलवर जिले में डी मर्ज किए जाने के प्रस्ताव सभी ब्लॉकों से जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय प्रारम्भिक को मिले हैं। ये प्रस्ताव एसडीएम, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी और पीईईओ की बनी कमेटी ने भेजे हैं। अब जिला स्तर पर बनी कमेटी इन प्रस्तावों को शिक्षा निदेशालय बीकानेर भेजेगी। इस कमेटी में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक व प्रारम्भिक हैं। इस बारे में जिला शिक्षा अधिकारी पूनम गोयल ने बताया कि डी मर्ज होने वाले स्कूलों के प्रस्ताव ब्लॉक स्तर से मंगवाए गए हैं। इन प्रस्तावों को विभाग को भिजवाए जाएंगे। जिन स्कूलों को फिर से संचालित करना है, इसका निर्णय विभाग करेगा।