दरअसल यूपी बोर्ड केंद्र निर्धारण के बाद जिलों से आपत्तियां मांगता है। जिस पर विचार करने के बाद वहां की निर्धारित करता है।बोर्ड द्वारा आपत्तियों के निस्तारण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद केंद्र तय किए जाते हैं।और अंतिम सूची बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाता है। बोर्ड अधिकारियों की मानें तो परीक्षाओं को लेकर केंद्रों की अंतिम सूची तैयार की जा रही है।जिससे जल्द ही जिलों में भेज दिया जाएगा।जिससे केंद्रों को लेकर आपत्तियां मांगी जा सके।और जल्द ही इसका निस्तारण किया हो सके।
यूपी बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार बोर्ड परीक्षा में इस बार केंद्रों की संख्या पिछले साल के मुताबिक कम होने जा रही है।जानकारी के अनुसार इस बार 500 परीक्षा केंद्र कम होंगे। बीते साल जहां साढे आठ हजार परीक्षा केंद्र बनाए गए थे।वहीं इस बार परीक्षा केंद्रों की संख्या लगभग आठ हजार होगी।बोर्ड के अधिकारी उन्होंने बताया कि बीते साल अपेक्षा इस बार लगभग दस लाख छात्रों की संख्या में कमी आई है।जिसके कारण परीक्षा केंद्रों की संख्या भी कम होगी।
बोर्ड के परीक्षा विभाग से जुड़े अधिकारी ने बताया कि केंद्रों को बनाते समय इस बात का विशेष ध्यान रखा जा रहा है की डिबार स्कूलों को परीक्षा केंद्रों के रूप में शामिल ना किया जाए।इसके साथ ही परीक्षार्थियों की सहूलियत को देखते हुए स्कूलों से केंद्रों की दूरी निर्धारित मानक के अनुसार ही हो। जिससे की परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में किसी भी प्रकार का समस्या का सामना ना करना पड़े।