scriptइलाहाबाद विश्वविद्यालय में लामबंद हो रहे छात्र संगठन, आर पार की लड़ाई का ऐलान | Students uniite against student union ban decision in University | Patrika News

इलाहाबाद विश्वविद्यालय में लामबंद हो रहे छात्र संगठन, आर पार की लड़ाई का ऐलान

locationप्रयागराजPublished: May 26, 2019 03:13:07 pm

Submitted by:

sarveshwari Mishra

देश भर में लोकतंत्र का मनाया जा रहा जश्न, हमारे लोकतांत्रिक अधिकार को दबाने की कोशिश

Allahabad University

Allahabad University

प्रयागराज. इलाहाबाद विश्विद्यालय प्रशासन द्वारा छात्रसंघ को बैन करने के निर्णय का विरोध बड़े पैमाने पर शुरू हो गया है। एक बार फिर कैंपस जंग का मैदान बन सकता है । छात्रावास वास आउट के साथ ही छात्र संघ बैन छात्र परिषद लागू करने के निर्णय का विरोध हो रहा है ।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने शनिवार को विश्वविद्यालय के छात्र संघ भवन में बैठक आयोजित की लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्त्रांत होने का हवाला देते हुए छात्र संघ में ताला लगवा दिया। छात्रसंघ भवन पर किसी भी तरह के आयोजन पर रोक लगा दी है जिसके बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों ने अपना विरोध जताया और कहा कि अब आर पार की लड़ाई होगी।
लामबंद हो रहे छात्र संगठन
दरअसल इविवि प्रशासन ने सुप्रीमकोर्ट द्वारा ***** दोह की शिफरिसों का हवाला देते हुए छात्र परिषद लागू करने का हलफनामा हाईकोर्ट में दाखिल किया है जिसको लेकर छात्र नेता सहित छात्र संगठन लामबंद हो रहे है। विद्यार्थी परिषद ने विवि प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा की पिछले तीन वर्षों से लगातार विवादित चला आ रहा है।जिसमें भ्रष्टाचार अनियमितता फर्जी नियुक्तियां जैसे अन्य कई मामलों के लेकर छात्र व छात्रसंगठन आंदोलनरत रहे है। परिषद ने कहा विवि की मनमानी अब यहां कार्य पद्धति का हिस्सा सा बन चुकी है।इसी क्रम में हाल ही में विवि एक ऐसा निर्णय लेने की योजना बना रहा है जिससे फिर से विवि कुरुक्षेत्र बन सकता है जिसका विगुल विद्यार्थी परिषद ने अपने छात्रसंघ पदाधिकारियों के माध्यम से शनिवार को विवि प्रशासन को बता रहा है।
असफलता को छिपाने की व्ह्यू रचना
विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता और वरिष्ठ पदाधिकारी विश्वविद्यालय कैंपस के बाहर मीडिया से मुखातिब हुए। पदाधिकारियों ने कहा परिषद हमेशा छात्र परिषद के खिलाफ रही है व छात्रसंघ चुनाव विवि और कालेज परिसर में होना चाहिए की पक्षधर रही है। छात्रसंघ छात्रों का अधिकार है और इसमें किसी भी तरह का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।यह घृणित कार्य करने के पीछे विवि प्रशासन की मंशा पूर्णतया तानाशाही व अपने असफलता को छिपाने की व्ह्यू रचना है।
लोकतंत्र के जश्न बीच हमारे अधिकार को दबाने की साजिश
पूर्व छात्रसंघ महामंत्री निर्भय दिवेदी ने कहा छात्रसंघ छात्रों की आवाज है।जिसे विवि प्रशासन बैन कर अपने खिलाफ उठने वाले आवाज को दबाने चाहते है।इतना ही नहीं अपनी सभी असफलता छिपाने के लिए छात्रसंघ की आड़ लेकर काम कर रहे है जो गलत है। निवर्तमान छात्रसंघ महामंत्री शिवम् सिंह ने कहा कि इविवि छात्रसंघ के पदाधिकारियों ने देश का नेतृत्व किया है। जिस लोकतंत्र के महापर्व का जश्न मनाया जा रहा है उस लोकतंत्र की नर्सरी इस विश्वविद्यालय के छात्र संघ को कहा जाता है। छात्रसंघ बंद करना हमारे लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है। जिसे वर्तमान विवि प्रशासन अपने स्वार्थ के कारण बैन करने की योजना कर रहे है।जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम अपने अधिकार के लिए अंतिम स्तर तक लड़ाई लड़ेंगे।
अनाथों की तरहभटकने को मजबूर हो रहे छात्र
इस दौरान परिषद के प्रांत कार्यकारिणी सदस्य वीरेंद्र चौहान ने कहा कि विवि प्रशासन लगातार छात्रों पर अत्याचार करते आ है।हर रोज छात्रावास में प्रशासन को गुमराह कर निर्दोष छात्रों पर लाठी चार्ज करवाकर पिटवाया जा रहा है। वहीं वाश आउट का आदेश कर इस तपती गर्मी में अनाथों की तरह इधर उधर भटकने को मजबूर कर रहे है। जबकि छात्रों से छात्रावास के लिए फरवरी मार्च में फीस ली गई है।कुल मिलाकर छात्र पूर्णतया अपने आपको ठगा हुआ महसूस कर रहा है और वर्तमान कुलपति का बर्ताव अंग्रेजों की तरह है। विवि अपनी इस योजना पर पुनर्विचार कर छात्रों के हित में कार्य करे जिसके लिए उन्हें जिम्मेदारी मिली है न कि अपना एजेंडा बनाकर भ्रष्टाचार में संलिप्त होकर अपनी सुरक्षा की योजना पर कार्य को अंजाम देने का कार्य करें।परिषद इस मामले पर आर पार की लड़ाई लडेगी।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो