शंकराचार्य ने कहा, जो पार्टी राम मंदिर निर्माण और दूसरे मुद्दों पर जनता से किया गया वायदा पूरा नहीं कर रही है और पिछले चुनाव के अपने घोषणा पत्र पर अमल न कर रही हो, अगले चुनाव में उसके खिलाफ वोट करना चाहिए। उन्होंने साफ़ तौर पर कहा कि अगर उनके इस बयान की वजह से भाजपा को चुनाव में हार का सामना करना पड़ता है तो उन्हें इसकी परवाह नहीं होगी।
सरकार नहीं बनवा सकती है मंदिर
प्रयागराज में मीडिया से बात करते हुए शंकराचार्य स्वरूपानंद ने कहा, राम मंदिर निर्माण को लेकर अध्यादेश लाने की जो बात की जा रही है, वह भी लोगों को धोखा देने व गुमराह करने की ही कोशिश है, क्योंकि कोई भी चुनी सरकार, जो संविधान का शपथ लेती है वह कोई भी धार्मिक स्थल बनवा ही नहीं सकती है। दरअसल, संविधान की शपथ लेने के बाद वह धर्मनिरपेक्ष हो जाती है।
जो वायदे न पूरे करे उसे वोट न दिए जाएं
शंकराचार्य ने अयोध्या और प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर में भगवान राम की भव्य प्रतिमा लगाने के ऐलान को भी गलत बताया। शंकराचार्य ने कहा कि लोगों को अब राम मंदिर चाहिए। रामभक्त पुतले से संतोष नहीं करेंगे। उनके मुताबिक़ भगवान राम के पुतले लगाए जाने से राम मंदिर निर्माण के रास्ते बंद किये जा रहे हैं। शंकराचार्य स्वरूपानंद ने कहा है कि अगले चुनाव में लोगों को मतदान ज़रूर करना चाहिए और साथ ही घोषणा पत्र में किये गए वायदों को पूरा न कर पाने वाली पार्टी को सबक सिखाते हुए उसके खिलाफ मतदान करना चाहिए।